आउटडोर बैडमिंटन मनोरंजन के लिए भारत का सबसे पसंदीदा खेल है और देश में ऐसे स्थान भी हैं जहां इसमें कमाई करने के विकल्प भी हैं। विश्व बैडमिंटन महासंघ (बीडब्ल्यूएफ) ने एयरबैडमिंटन की वैश्विक स्तर पर पिछले सप्ताह ग्वांग्झू में शुरुआत की थी। इसमें कोर्ट की लंबाई-चौड़ाई भिन्न होगी तथा इसमें नई तरह की शटलकॉक का उपयोग किया जाएगा जिसे एयरशटल कहते हैं। एयरशटल पर हवा का बहुत कम प्रभाव पड़ेगा। उमस का भी इस पर सीमित प्रभाव पड़ेगा।
ओलंपिक कांस्य पदक विजेता और विश्व की पूर्व नंबर एक खिलाड़ी साइना ने कहा कि एयरबैडमिंटन से इस खेल को आगे बढ़ावा देने में मदद मिलेगी और यह दुनिया के विभिन्न जगहों तक फैलेगा। साइना ने कहा, भारत में हमारा अधिकतर इस खेल से परिचय आउटडोर खेल के रूप में ही होता है। हम इसे अपने घर के बाहर माता पिता, दोस्तों के साथ खेलते हैं।
बीडब्ल्यूएफ का इसे बढ़ावा देने का यह बहुत अच्छा प्रयास है। उन्होंने कहा, मुझे पूरा विश्वास है कि इससे एमेच्योर खिलाड़ी खेल में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित होंगे और दुनियाभर में खेल की लोकप्रियता बढ़ेगी। एचएस प्रणय का मानना है कि एयरबैडमिंटन संन्यास ले चुके अंतरराष्ट्रीय और घरेलू खिलाड़ियों को वैकल्पिक करियर उपलब्ध कराएगा।
प्रणय ने कहा, इंडोर बैडमिंटन शारीरिक तौर पर काफी चुनौतीपूर्ण है, इसलिए खिलाड़ी संन्यास लेने के बाद एयरबैडमिंटन में खेलना जारी रख सकते हैं और इसे वैकल्पिक करियर बना सकते हैं। उन्होंने कहा, आउटडोर बैडमिंटन में भी काफी पैसा है। विशेषकर केरल में मैंने देखा है कि खिलाड़ी विभिन्न स्थानों पर जाते हैं तथा हर रात खेलकर अच्छा पैसा कमा रहे हैं। इसलिए यह शानदार प्रयास है।