गोवा की टीम ने पहले हॉफ में किए गए दो और दूसरे हाफ में किए गए तीन गोलों (इसमें से एक डायनामोज का आत्मघाती गोल है) की मदद से बेंगलुरु एफसी को तालिका में शीर्ष से हटा दिया। इस मैच से हासिल तीन अंकों से गोवा के अब कुल 12 अंक हो गए हैं। बेंगलुरु के भी 12 अंक हैं, लेकिन गोवा बेहतर गोल अंतर के कारण शीर्ष पर पहुंचने में सफल रहा। दिल्ली पांच मैचों में चौथी हार के बाद नौवें स्थान पर ही बनी हुई है।
दिल्ली ने 62वें मिनट में कालू उचे द्वारा किए गए गोल की मदद से वापसी की भरपूर कोशिश की, लेकिन 66वें मिनट में गेब्रिएल चिचेरो के मैदान से बाहर जाने के बाद 10 खिलाड़ियों के साथ खेल रही दिल्ली की टीम आगे कोई करिश्मा नहीं कर सकी। चिचेरो को 66वें मिनट में दूसरा पीला कार्ड दिखाया गया था और इसी कारण उन्हें मैदान से बाहर जाना पड़ा।
84वें मिनट में प्रीतम कोटल ने आत्मघाती गोल करते हुए मेजबान टीम की वापसी और मुश्किल कर दी और गोवा को बिना मेहनत के 3-1 से आगे कर दिया। कोटल ने अपनी भूमिका के साथ न्याय करने की कोशिश की, लेकिन उनका और दिल्ली का दुर्भाग्य था कि गेंद उनके पैर से टकरा कर बाहर जाने की बजाए गोल में घुस गई।
कोटल हैरान थे। दिल्ली की हैरानी उस समय और भी बढ़ गई जब इस आत्मघाती गोल के कुछ ही सेकंड बाद कोरोमिनास ने बेहद आसानी से अपना दूसरा और गोवा का चौथा गोल दिया। दिल्ली का दुर्भाग्य यहीं खत्म नहीं हुआ। अगले ही मिनट मेनुएल अराना ने अपना पहला और अपनी टीम का पांचवा गोल करते हुए उसे शीर्ष पर पहुंचा दिया। (वार्ता)