दिल्ली ने चखा पहली जीत का स्वाद, चेन्नइयन को 3-1 से हराया

रविवार, 16 दिसंबर 2018 (16:30 IST)
चेन्नई। दिल्ली डायनामोज ने यहां जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में खेले गए मैच में मेजबान चेन्नइयन एफसी को 3-1 से मात देकर हीरो इंडियन सुपर लीग (आईएसएल) के 5वें सीजन में अपनी पहली जीत हासिल की।


दिल्ली ने शनिवार रात खेले गए मैच का पहला गोल किया लेकिन चेन्नइयन ने बराबरी कर ली। लग रहा था कि मैच बराबरी पर खत्म होगा लेकिन दिल्ली ने 4 मिनट के अंदर 2 गोल करते हुए मैच में न सिर्फ वापसी की बल्कि इस सीजन बड़ी मुश्किल से अपनी जीत का खाता खोला।
 
यह दिल्ली की 12 मैचों में पहली जीत है। उसके हिस्से में 4 ड्रॉ और 7 हार हैं। इस जीत ने उसे अंक तालिका में सबसे निचले स्थान 10वें से 9वें स्थान पर पहुंचा दिया। इस मैच से मिले 3 अंकों के कारण दिल्ली के अब 7 अंक हो गए हैं। मौजूदा विजेता चेन्नइयन 9वें से 10वें स्थान पर आ गई है। उसके 12 मैचों में 1 जीत, 2 ड्रॉ और 9 हार के साथ 5 अंक हैं।
 
चेन्नइनयन ने हालांकि पहले हॉफ में आक्रामक फुटबॉल खेली। मेजबान टीम के राफेल अगस्तो ने दूसरे मिनट में ही गोल पर हमला बोल दिया था। उनका शॉट सीधे गोलकीपर के हाथों में गया। दिल्ली भी पीछे रहने वाली नहीं थी। कार्लोस सालोम ने कुछ देर बाद एक प्रयास किया, जो विफल रहा।
 
दिल्ली को 12वें मिनट में एक बुरी खबर मिली। मार्टी क्रेस्पी को पीला कार्ड मिला। हालांकि 16वें मिनट में डेनियल लालहिमपुइया ने गोल कर दिल्ली की टीम को खुश कर दिया। उन्होंने यह गोल नंदकुमार सेकर के पास पर किया। रेने मेहलिक ने बाएं फ्लैंक पर खड़े नंदकुमार को गेंद सौंपी। नंदकुमार ने मौका देखते हुए उसे डेनियल के पास पहुंचाया और डेनियल ने गेंद को नेट में डाल मेहमान टीम को 1-0 से आगे कर दिया।

चेन्नइयन 1 गोल खाने के बाद थोड़ा दबाव में आ गई थी। अगस्तो ने 30वें मिनट में बराबरी करने की कोशिश की जिसे एक बार फिर दिल्ली के गोलकीपर फ्रांसस्किो डोरोंसो ने रोक लिया।
 
अगस्तो कई बार डोरोंसो की बाधा को पार नहीं कर पा रहे थे लेकिन 39वें मिनट में उन्हें दिल्ली के गोलकीपर को मात देने का सबसे सरल और अच्छा मौका मिला जिस पर वे कामयाब रहे। गेंद कार्लोस के पास आई, लेकिन दिल्ली के मोहम्मद धोट ने पीछे से उन्हें गिरा दिया और रैफरी ने पेनल्टी दी। 39वें मिनट में अगस्तो ने पेनल्टी पर गोल कर चेन्नइयन को बराबरी पर ला दिया। मोहम्मद को पीला कार्ड भी मिला। पहले हॉफ का अंत 1-1 के स्कोर के साथ हुआ।
 
दूसरे हॉफ में दोनों टीमें अपने स्कोर को दोगुना करना चाहती थीं। इसी प्रयास में आक्रामक खेल खेलने की कोशिश कर रही थीं। 57वें मिनट में चेन्नइयन के टोनडोंबा सिंह को पीला कार्ड मिला। 2 मिनट बाद चेन्नइयन के कोच ने फ्रांसिसको फर्नांडेज के स्थान पर इसाक वानमालसावमा को मैदान पर उतारा।
 
71वें मिनट में चेन्नइयन ने एक और बदलाव किया और कार्लोस को बाहर बुला नेल्सन ग्रेगरो की अंदर भेजा। इसी मिनट में थोई सिंह के स्थान पर चेन्नइयन ने जेजे लालपेखुउला को मैदान पर उतारा। गोल न होता देख बदलावों का जोर चरम पर था और दिल्ली के कोच ने मेहलिक को बाहर बुला स्टार खिलाड़ी आंद्रेजा कालुडेरोविक पर भरोसा जताया। इसी बीच दिल्ली ने गोल करने वाले डेनियल को बाहर बुला लिया और विनीत राय को मैदान पर उतारा।
 
इसी बीच बिक्रम जीत सिंह दिल्ली को बढ़त दिलाने में किसी तरह सफल रहे। उन्होंने लालरिनजुआला चांग्ते की मदद से 78वें मिनट में गोल कर दिल्ली को 2-1 से आगे कर दिया। आंद्रेज ने चांग्ते को पास दिया। वे आगे बढ़े और चेन्नइनयन के खिलाड़ियों को छकाते हुए गेंद बिक्रमजीत तक पहुंचाने में सफल हुए। बिक्रमजीत गेंद को लेकर गोलपोस्ट की तरफ आए और चेन्नइयन के गोलकीपर करणजीत सिंह को मात दे दिल्ली को 1 गोल से आगे कर दिया।
 
4 मिनट बाद नंदकुमार भी इस मैच का अपना पहला गोल करने में सफल रहे। 82वें मिनट में नंदकुमार द्वारा किए गए गोल से मेहमान टीम की जीत पक्की लग रही थी। दिल्ली ने अंत तक अपनी 2 गोल की बढ़त को बनाए रखते हुए इस सीजन में पहली बार जीत का स्वाद चखा। 

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