हालांकि कृपाशंकर अपने समय के ख्यात पहलवान रहे हैं और उन्होंने दुनिया के कई दिग्गज पहलवानों को धूल चटाई है। वे बच्चे से मुकाबले में जान-बूझकर हारे ताकि वह बड़ा होकर होनहार पहलवान बन सके। दरअसल जब कृपाशंकर साई के सेंटर में गए थे, तब एक नन्हा पहलवान कुश्ती मैट पर आया और बोला मुझसे कुश्ती खेलो।
बच्चे का यह आग्रह सुनकर कृपाशंकर दंग रह गए। असल में यह बच्चा अपने दादा जी के साथ आया था और वह शेरसिंह सोलंकी पहलवान का बेटा था। शेरसिंह मल्हार आश्रम के भूतपूर्व पहलवान रहे हैं और उनके पिता भी पहलवानी किया करते थे। वे अपने पोते को अखाड़े में लेकर आए थे ताकि उसे भी कुश्ती का शौक लग सके। फिर क्या था...
कृपाशंकर ने मजाक में उससे दो-दो हाथ किए और फिर उसे जिता दिया ताकि वह खुश हो सके और जब वह बड़ा होकर पहलवान बने तो यह कह सके कि एक दिन मैंने इसी मल्हार आश्रम अखाड़े में उस नामी पहलवान और कोच को हराया था, जो फिल्म दंगल में अभिनेता आमिर खान और उनकी पूरी यूनिट का कुश्ती गुरु था।
सनद रहे कि इंदौर के कृपाशंकर ओलंपिक पदक विजेता सुशील कुमार और साक्षी मलिक को भी कोचिंग दे चुके हैं। ये दोनों ही पहलवान अपने गुरु का बेहद सम्मान करते हैं। कृपाशंकर भारतीय रेलवे में पदस्थ हैं और रेलवे की कुश्ती टीम के कोच भी हैं, जिसने देश को कई नामी पहलवान दिए हैं।