सन 2015 से मानसी ने पुलेला गोपीचंद अकादमी में बैडमिंटन खेलने के लिए ट्रेनिंग लेना शुरू कर दी थी। मैच में जीत हासिल कर और अपना सपना सच होने के बाद मानसी ने कहा, ट्रेनिंग के दौरान मुझे बहुत कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। मैं एक दिन में 3 सेशन अटेंड करती थी।