उन्होंने कहा, ‘गोवा में फुटबॉल का स्तर पहले जैसा नहीं रहा। हमारे प्रयासों के बावजूद इस खेल के स्तर में सुधार नहीं हुआ है। हम अब राष्ट्रीय स्तर पर गोवा के खिलाड़ियों को नहीं देख रहे जैसा कि पहले हुआ करता था।’
अजगांवकर ने कहा कि गोवा को मणिपुर, असम, मेघालय और हरियाणा जैसे राज्यों से हार झेलनी पड़ रही है। उन्होंने कहा, ‘पूर्व में हमारे पास ब्रहमानंद शखवालकर (भारतीय टीम के गोलकीपर) और ब्रूनो कूटिन्हो (भारतीय टीम के कप्तान) जैसे दिग्गज खिलाड़ी थे जो गोवा में उचित सुविधाएं न होने पर धान के खेतों में खेलकर अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पहुंचे थे।’