21 साल की जापानी खिलाड़ी फाइनल सेट में 1-5 से पिछड़ गई थीं लेकिन उन्होंने वेकिक को 6-3, 4-6, 7-6 (7/4) से पराजित कर अगले दौर में जगह पक्की कर ली। इस वर्ष खराब दौर से गुजर रहीं ओसाका ने जीत के बाद अपनी खराब फॉर्म की खबरों को नकारते हुए कहा कि मैंने इस वर्ष ऑस्ट्रेलिया ओपन जीता है न। मुझे नहीं पता लोग ऐसा क्यों कह रहे हैं कि मेरा सत्र खराब चल रहा है?
मेलबोर्न में अपने करियर का दूसरा ग्रैंडस्लैम जीतने के बाद से ओसाका किसी भी टूर्नामेंट के सेमीफाइनल तक नहीं पहुंची थीं। उन्हें दुबई, इंडियन वेल्स और मियामी में शुरुआती दौर में ही बाहर होना पड़ा है। हालांकि स्टटगार्ट में उन्होंने उलटफेर का शिकार होने से बचते हुए अंतिम 4 में जगह पक्की की है।
ओसाका ने हालांकि माना कि नंबर 1 खिलाड़ी होने के कारण उन पर दबाव बना है जिससे उनकी फॉर्म भी प्रभावित हुई है। मैं यह मानती हूं कि नंबर 1 होने के कारण मुझ पर दबाव बना है। पहले जब मैं गलती करती थी तो उसे ठीक कर लेती थी लेकिन अब इस पर अधिक चर्चा होती है। पहले मैं नई चुनौतियों के लिए तैयार रहती थी लेकिन अब मेरा लक्ष्य केवल जीतना हो गया है।
शीर्ष रैंक खिलाड़ी सेमीफाइनल में 8वीं सीड एस्टोनिया की एनेट कोंटाविट से भिड़ेंगी जिन्होंने विक्टोरिया अजारेंका के रिटायर्ड हर्ट होने से सेमीफाइनल में जगह बना ली है। ओसाका के लिए कोंटाविट से जीतना अहम होगा, हारने पर वे भले ही अपनी रैंकिंग न गंवाएं लेकिन जीतने पर उनकी शीर्ष स्थान मजबूत हो जाएगा जिससे विश्व की नंबर 3 खिलाड़ी पेत्रा क्वीतोवा से उनका फासला बढ़ जाएगा, जो सेमीफाइनल में पहुंच गई हैं।
क्वीतोवा ने लात्विया की एनास्तासिया सेवासोवा को 1 अन्य क्वार्टर फाइनल में 2-6, 6-2, 6-3 से हराया। वे अब सेमीफाइनल में 6ठी सीड हॉलैंड की किकी बर्टेंस से भिड़ेंगी जिन्होंने पूर्व विंबलडन चैंपियन एंजेलिक केर्बर को लगातार सेटों में 6-3, 6-4 से हराया। (वार्ता)