रेसिंग कार में सुरक्षा पर कार्तिकेयन बोले...

शनिवार, 18 जुलाई 2015 (19:32 IST)
नई दिल्ली। भारत के पूर्व फार्मूला वन ड्राइवर नरेन कार्तिकेयन का मानना है कि जूलेस बियांची की असामयिक मौत से फिर साबित हो गया है कि सुरक्षा के तमाम उपायों के बावजूद फार्मूला वन कभी भी सुरक्षित नहीं है। 
 
25 बरस के बियांची से पहले 1994 में महान एफवन ड्राइवर एर्टन सेना की भी इमोला सर्किट पर दुर्घटना में मौत हो गई थी। 
 
कार्तिकेयन ने जापान के फुजी से कहा, मुझे कुछ समय पहले ही यह दुखद खबर मिली।  इससे फिर साबित हो गया कि रेसिंग कार कभी भी सुरक्षित नहीं है, जबकि पिछले दो दशक में सुरक्षा के तमाम उपाय किए गए हैं। जूलेस के मामले में पहले दिन से कोई अच्छे संकेत नहीं मिल रहे थे। 
 
उन्होंने बियांची के बारे में कहा, वे काफी प्रतिभाशाली थे।  उन्‍होंने एफथ्री, जीपी टू और फार्मूला रेनोल्ट 3.5 में अपनी प्रतिभा दिखाई थी।  वे काफी कुछ हासिल कर सकते थे। 
 
उन्होंने कहा, एफवन में हमने ज्यादा बात नहीं की।  जितनी बातचीत हुई, वह पेडोक या ड्राइवर परेड के दौरान हुई।  यह पूछने पर कि क्या इस तरह की त्रासदी का असर रेसर के जेहन पर पड़ता है, कार्तिकेयन ने कहा, नहीं। हम सभी को मानसिक रूप से काफी मजबूत होना पड़ता है। 
 
कार्तिकेयन ने कहा, आप जब 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से कार चलाते हैं तो कभी सुरक्षित नहीं होते। आपको खेल की वास्तविकता का सम्मान करना होगा। (भाषा)

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