उल्लेखनीय है कि भारत ने 2008 के बीजिंग ओलंपिक में 3 पदक जीते थे और फिर 2012 के लंदन ओलंपिक में अपने इतिहास का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए 6 पदक जीते थे। इसके बाद दावा किया गया कि भारत 2016 के रियो ओलंपिक में 10 से ज्यादा पदक जीतेगा लेकिन भारत को सिर्फ 2 पदक हाथ लगे। बत्रा ने अगले ओलंपिक से पहले भारतीय खिलाड़ियों के सामने मुश्किल चुनौती रख दी है।
बत्रा ने कहा कि खिलाड़ियों को सरकार की तरफ से सहयोग की कोई कमी नहीं होने दी जाएगी और हमें दोहरी पदक संख्या का लक्ष्य लेकर चलना चाहिए। इसे लेकर किसी तरह का कोई समझौता नहीं किया जाएगा और हमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा। आईओए के अध्यक्ष ने इसके साथ ही अक्टूबर में ब्यूनस आयर्स में होने वाले युवा ओलंपिक के लिए भारतीय युवा खिलाड़ियों को सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के लिए अभी से अपनी शुभकामनाएं दीं।