नीलिमा द्वारा इंदौर में संचालित श्री रामनाथ गुरु व्यायामशाला तथा बालिका शस्त्र कला केंद्र में बालिकाओं को दंगल एवं शस्त्र कला में तलवार फेरना, बनेटी, पटा, बाना, भाला, डण्डे की मार और बचाव के गुर सिखाए जा रहे हैं।
संस्थान में 8 से 18 वर्ष तक की लगभग 50 लड़कियां रोज कुश्ती के दांव-पेंच सीख रही हैं। नीलिमा को शस्त्र कला का ज्ञान अपने पिता मुन्ना बौरासी से हासिल हुआ। लड़की होने के कारण कुश्ती का खेल अपनाने के कारण समाज के ताने सुनने के बाद भी उन्होंने अपनी कला को नहीं छोड़ा। जब नीलिमा पर पुरस्कारों की बौछार हुई तो ताने सुनाने वाला समाज अब उसकी तारीफ करते नहीं थकता।