भारत के लिए दो ओलंपिक पदक जीत चुके जैवलिन थ्रो खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने पहलगाम आतंकी हमले पीड़ितों को श्रद्धांजली दी। उन्होंने ट्वीट किया कि इस घटना के बारे में सुनकर ह्रद्य द्रवित है। पीडितो और उनके परिवारों के लिए प्रार्थना।
उन्होंने यह लिख तो दिया लेकिन ट्विटर पर उनके फैंस ने उनको याद दिलाया कि हाल ही में उन्होंने अपने पाक प्रतिद्वंदी अरशद नदीम को नीरज चोपड़ा क्लासिक भाला फेंक प्रतियोगिता में भाग लेने के लिए बैंगलूरू में बुलाया है।
गौरतलब है कि चोपड़ा ने वर्चुअल मीडिया बातचीत में पत्रकारों से कहा, मैंने अरशद को निमंत्रण भेजा है और उन्होंने कहा है कि वह अपने कोच से चर्चा करने के बाद मुझसे संपर्क करेंगे। अभी तक उन्होंने भागीदारी की पुष्टि नहीं की है।
Arshad who hangs out with certified t3rrorists is your brother and your mom calls him her son https://t.co/Hzcm7PsjB0
Arshad Nadeems mother never said Neeraj chopra is his second son. But Neeraj Chopras mother did. Majority of the Hindus are such a shameless bunch of rascal community so immersed in Gandhian secularism- to fall at the feet of Islamists no matter however the other community is. pic.twitter.com/0b5tXqXN6u
Madarchod. You literally invited that shameless Pakistani athlete. Dont preach now. You lot are literally responsible for this fake Hindu Muslim bhai chara in sports circles. https://t.co/fzmyEPPmfW
You have invited Arshad Nadeem to participate in Javelin Throw scheduled to be played at Bengaluru, Gift him a javelin there to restore "Aman ki Asha".
नीरज चोपड़ा क्लासिक भाला फेंक प्रतियोगिता का पहला चरण पर्याप्त रोशनी की कमी के कारण 24 मई को पंचकुला के बजाय बेंगलुरू के कांतिरावा स्टेडियम में कराया जाएगा जिसमें कई स्टार एथलीट हिस्सा लेंगे क्योंकि एंडरसन पीटर्स और थॉमस रोहलर ने भागीदारी की पुष्टि कर दी है।
ग्रेनेडा के पीटर्स दो बार के विश्व चैंपियन हैं और रोहलर 2016 ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता हैं। चोपड़ा ने कहा कि उन्होंने पाकिस्तानी ओलंपिक चैंपियन अरशद नदीम को भी आमंत्रित किया है जिन्होंने अभी तक भागीदारी की पुष्टि नहीं की है।
विश्व एथलेटिक्स द्वारा इस प्रतियोगिता को श्रेणी ए का दर्जा दिया गया है जिसने भी अपने कैलेंडर में इस टूर्नामेंट के स्थल का नाम बदल दिया है।
चोपड़ा ने कहा, मैं चाहता था कि यह प्रतियोगिता पंचकुला में आयोजित हो, लेकिन वहां स्टेडियम में रोशनी की व्यवस्था से संबंधित कुछ मुद्दे हैं। विश्व एथलेटिक्स अंतरराष्ट्रीय प्रसारण के लिए 600 लक्स (प्रकाश की तीव्रता का माप) की रोशनी चाहती थी लेकिन पंचकुला में इतनी रोशनी उपलब्ध नहीं थी और इसे तैयार करने में समय लगेगा।
27 वर्षीय खिलाड़ी ने कहा, इसलिए इस साल हमने प्रतियोगिता को बेंगलुरु के कांतीरवा स्टेडियम में स्थानांतरित करने का फैसला किया है। मैंने कर्नाटक के मुख्यमंत्री से बात की है। टूर्नामेंट के सफल आयोजन के हर पहलू का ध्यान रखने केलिए हमारे पास जेएसडब्ल्यू की टीम है। मुझे लगता है कि बेंगलुरु में शाम का मौसम इस टूर्नामेंट, खिलाड़ियों और प्रशंसकों के लिए परफेक्ट होगा। "
उन्होंने कहा, हमारी कोशिश प्रशंसकों को सर्वश्रेष्ठ अनुभव और विदेशी प्रतिभागियों को सर्वश्रेष्ठ आतिथ्य प्रदान करना है।
इस टूर्नामेंट का आयोजन चोपड़ा और जेएसडब्ल्यू स्पोर्ट्स द्वारा भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) और विश्व एथलेटिक्स के सहयोग से संयुक्त रूप से किया जाएगा, जिसमें शीर्ष वैश्विक और भारतीय भाला फेंक खिलाड़ी भाग लेंगे।
चोपड़ा ने कहा, मैं इस टूर्नामेंट के आयोजन में काफी जुड़ा हुआ हू। लंबे समय से मेरा सपना भारत में इस तरह का टूर्नामेंट आयोजित करना रहा है। अब इसका आयोजित होना मेरे लिए सपना सच होने जैसा है।
हरियाणा के खंडरा गांव का यह एथलीट तोक्यो ओलंपिक में भारत के पहले स्वर्ण पदक विजेता बने और पेरिस में उन्होंने रजत पदक जीता।
उन्होंने कहा, मैं बहुत उत्साहित हूं। मैंने देश के लिए ओलंपिक और अन्य पदक जीते हैं। अब इस टूर्नामेंट के जरिए मैं भारतीय एथलेटिक्स, भारतीय खिलाड़ियों और प्रशंसकों को कुछ वापस दे रहा हूं।
पीटर्स ने 2024 पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक जीता था और रोहलर के अलावा कीनिया के जूलियस येगो (2016 रियो ओलंपिक में रजत पदक विजेता और 2015 विश्व चैंपियनशिप के स्वर्ण पदक विजेता भी हैं) और अमेरिका के कर्टिस थॉम्पसन (87.76 मीटर से मौजूदा सत्र में शीर्ष पर) की भागीदारी की भी पुष्टि की गई है।
चोपड़ा ने नाम बताए बिना कहा, कुछ और यूरोपीय खिलाड़ी भी शामिल होंगे। पेरिस ओलंपिक में फाइनल के लिए क्वालीफाई करने वाले एक ब्राजीलियाई एथलीट ने भी भागीदारी की पुष्टि की है।
हालांकि यह लुइस दा सिल्वा हो सकते हैं जो पेरिस में 80.67 मीटर के सर्वश्रेष्ठ थ्रो के साथ 11वें स्थान पर रहे थे।
चोपड़ा ने कहा, मैं भी प्रतिस्पर्धा कर रहा हूं। कल मैंने रोहित (यादव) से बात की और तीन से चार भारतीय प्रतिस्पर्धा करेंगे। तोक्यो (सितंबर में) में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए रैंकिंग अंक प्राप्त करने का यह एक बहुत अच्छा मौका होगा।
उन्होंने कहा कि उनके वर्तमान कोच जान जेलेजनी ने सुझाव दिया कि इस प्रतियोगिता का नाम भारतीय सुपरस्टार के नाम पर रखा जाना चाहिए।
चोपड़ा ने कहा, मैं इस टूर्नामेंट के बारे में अपने कोच जेलेजनी से बात कर रहा था और उन्होंने कहा कि अगर इसका नाम मेरे नाम पर रखा जाए तो यह अच्छा होगा। कुछ मशहूर खिलाड़ियों के नाम पर कुछ टूर्नामेंट कराये जाते हैं जिससे मैं काफी प्रेरित होता था जैसे मोंडो क्लासिक और किप केनो क्लासिक, जो सभी खिलाड़ियों के नाम पर आयोजित होते हैं।
उन्होंने कहा कि नीरज चोपड़ा क्लासिक एक वार्षिक प्रतियोगिता होगी और उम्मीद जताई कि भविष्य में भाला फेंक के अलावा अन्य स्पर्धायें भी इसमें शामिल की जाएंगी।
चोपड़ा ने कहा, मैं यह बताना चाहता हूं कि यह टूर्नामेंट वार्षिक रहेगा। अभी यह सिर्फ पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा होगी। लेकिन भविष्य में मुझे उम्मीद है कि महिलाओं की स्पर्धा और अन्य स्पर्धा भी इसमें जोड़ी जाएंगी।
उन्होंने कहा, हम (भारत) लंबी कूद (पुरुष और महिला) में अच्छे हैं, 3000 मीटर स्टीपलचेज में भी अच्छे हैं, हम भविष्य में इन टूर्नामेंट को शामिल कर सकते हैं। पुरुषों की 100 मीटर टीम अच्छा कर रही है, उनका समय बेहतर हो रहा है।
उन्होंने कहा, इस टूर्नामेंट को विश्व एथलेटिक्स ए वर्ग मिला जो मेरे लिए हैरानी भरा था। हम भारत में डायमंड लीग प्रतियोगिता लाने की कोशिश करेंगे। हमारे पास इनकी मेजबानी करने के लिए स्टेडियम है और यह विश्व एथलेटिक्स के लिए भी एथलेटिक्स को लोकप्रिय करने के लिए अच्छा होगा। विश्व एथलेटिक्स जानता है कि भारत में एथलेटिक्स बढ़ रहा है।
नीरज चोपड़ा क्लासिक भाला फेंक स्पर्धा देखने के लिए प्रशसंकों को टिकट खरीदने होंगे। चोपड़ा ने कहा, इस स्पर्धा के लिए अलग-अलग बॉक्स के टिकट होंगे। लेकिन हम कोशिश करेंगे कि टिकट की कीमत बहुत ज्यादा नहीं हो।
चोपड़ा ने 16 अप्रैल को दक्षिण अफ्रीका के पोटचेफस्ट्रूम में 84.52 मीटर के थ्रो के साथ पोच इनविटेशनल ट्रैक टूर्नामेंट जीतकर अपने सत्र की शानदार शुरुआत की।
उनका अगला टूर्नामेंट 16 मई को डायमंड लीग प्रतियोगिता का दोहा चरण होगा।चोपड़ा ने टूर्नामेंट के आयोजन में अपनी भागीदारी के बारे में कहा, मुझे आयोजन की तैयारियों की बारिकियों के बारे में इतना नहीं पता था कि क्या फ्लडलाइट्स लाइव टेलीकास्टिंग के लिए पर्याप्त हैं, क्या वॉशरूम और चेंजिंग रूम अंतरराष्ट्रीय भाला फेंकने वालों के लिए आरामदायक हैं आदि। मैंने खेलते समय कभी ऐसी चीजों पर विचार नहीं किया था।