टोक्यो ओलंपिक गोल्ड मेडलिस्ट नीरज चोपड़ा Neeraj Chopra ने स्वीकार किया कि लुसाने डायमंड लीग में उनकी फिटनेस वांछित स्तर पर नहीं थी और वह चोट के डर के साथ फील्ड पर उतरे थे।भारत के शीर्ष भाला फेंक एथलीट नीरज ने 30 जून को 87.66 मीटर तक भाला फेंककर अपना लगातार दूसरा Diamond League डायमंड लीग खिताब जीता। यह भले ही उनके सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से अच्छा नहीं था, लेकिन उन्हें शीर्ष पायदान पर पहुंचाने के लिये काफी था।
नीरज ने लुसाने में आयोजन के बाद कहा था कि उनकी अगली प्रतियोगिता अगस्त 2023 में बुडापेस्ट (विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप) में होगी, जिसका अर्थ है कि वह उससे पहले कुछ अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रमों से चूक सकते हैं।
नीरज ने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) द्वारा आयोजित एक वर्चुअल संवाददाता सम्मेलन में कहा, “कुल मिलाकर, मेरी फिटनेस का स्तर (लुसाने में) थोड़ा कम था। चोट के कारण, मेरे दिमाग पर भी सवालिया निशान था कि मैं 100 प्रतिशत फिट हूं या नहीं, मुझे खुद को आगे बढ़ाना है या नहीं। मुझे अपनी फिटनेस में सुधार करने की जरूरत है, प्रशिक्षण के माध्यम से उस पर (फिटनेस) काम करना है ताकि मैं विश्व चैंपियनशिप में अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकूं और वहां स्वर्ण जीतने का सपना पूरा कर सकूं।”
नीरज ने कहा, "मैं यह नहीं कहूंगा कि मैं अपने प्रदर्शन से खुश हूं लेकिन मैं उन परिस्थितियों में अपने थ्रो से संतुष्ट हूं और मैं चोट से वापसी कर रहा हूं।"
उल्लेखनीय है कि 25 वर्षीय नीरज को प्रशिक्षण के दौरान मांसपेशियों में खिंचाव आ गया था, जिसकी घोषणा उन्होंने 29 मई को की थी। उन्होंने कहा कि विश्व चैंपियनशिप, डायमंड लीग फाइनल और एशियाई खेलों सहित तीन प्रमुख आयोजनों को ध्यान में रखते हुए इस सीज़न उनका मुख्य लक्ष्य खुद को चोट से बचाना होगा।
डायमंड लीग के गत चैंपियन नीरज ने कहा, “मोनाको से पहले अभी भी समय है। हम सात दिनों तक देखेंगे और तय करेंगे कि वहां प्रतिस्पर्धा करनी है या नहीं। अगर मुझे लगता है कि मैं फिट हूं और इसके लिये तैयार हूं तो मैं वहां प्रतिस्पर्धा करूंगा।"(एजेंसी)