आडवाणी ने रसेल को 6-2 (0-155, 150-128, 92-151, 151-0, 151-6, 151-0, 150-58, 150-21) से हराया और इस तरह से 150-से अधिक फ्रेम में अपना खिताब बचाए रखा। उन्होंने पिछले साल बेंगलुरू में भी खिताब जीता था।
भारतीय खिलाड़ी की बेस्ट ऑफ 11 प्रारूप में शुरुआत अच्छी नहीं रही तथा रसेल ने 155 के शानदार ब्रेक के साथ शुरू में बढ़त बनाई। आडवाणी ने अगला फ्रेम जीतकर बराबरी की लेकिन अंग्रेज खिलाड़ी ने 84 और 67 के ब्रेक से फिर से बढ़त बना दी। इसके बाद तो आडवाणी ने पीछे मुड़कर नहीं देखा और लगातार पांच फ्रेम जीतकर खिताब अपने नाम किया।