नडाल इस टूर्नामेंट में अपने 11वें खिताब के लिए उतरेंगे जबकि निशिकोरी इस खिताब को जीतने वाला पहला एशियाई खिलाड़ी बनना चाहेंगे। नडाल ने अपना निर्मम प्रदर्शन जारी रखते हुए बुल्गारिया के ग्रिगोर दिमित्रोव को सेमीफाइनल में 6-4, 6-1 से धो दिया।
नडाल के निर्मम प्रदर्शन का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने इस सप्ताह 4 मैचों में सिर्फ 16 गेम गंवाए हैं। मोंटे कार्लो का दूसरा सेमीफाइनल तीसरी सीड जर्मनी के एलेक्जेंडर ज्वेरेव और जापान के केई निशिकोरी के बीच खेला गया और जापानी खिलाड़ी ने पहला सेट हारने के बाद शानदार वापसी करते हुए 3-6, 6-3, 6-4 से हराया।
नडाल और निशिकोरी के बीच यह 12वां करियर मुकाबला होगा। नडाल को निशिकोरी पर 9-2 की बढ़त हासिल है। नडाल को नंबर 1 रैंकिंग पर अपनी पकड़ बनाए रखने के लिए फाइनल हर हाल में जीतना होगा। यदि वे फाइनल हारते हैं तो वे अपना नंबर 1 स्थान रोजर फेडरर को गंवा देंगे, जो उन्होंने इस महीने के शुरू में हासिल किया था। नडाल यदि फाइनल जीत जाते हैं तो वे एटीपी वर्ल्ड टूर मास्टर्स 1000 खिताब जीतने के मामले में सर्बिया के नोवाक जोकोविच को पीछे छोड़ देंगे। दोनों फिलहाल 30 खिताब जीतकर एक बराबरी पर हैं। (वार्ता)