फाइनल में पुर्तगाल के मार्कोस फ्रेटास को 4-2 से हराने वाले दुनिया के 38वें नंबर के खिलाड़ी शरत ने कहा, ‘इस तरह के समय में बेशक आप अपने परिवार के बारे में सोचते हो और वे आपको लेकर चिंतित होते हैं। लेकिन जब यह पुष्टि हो गई कि टूर्नामेंट जारी रहेगा तो मुझे काम पर ध्यान देना था।’ शरत ने अपना पिछला खिताब मिस्र में 2010 में जीता था।