भारत का मेजर कहे जाने वाले इंडियन ओपन को पिछले दो वर्षों में लगातार जीत चुके कोलकाता के चौरसिया प्रतिष्ठित अर्जुन पुरस्कार पाने वाले 19वें भारतीय गोल्फर बन गए। 39 वर्षीय चौरसिया ने कहा, 'मेरा गोल्फ खेलना शुरू करने से पहले ही बचपन में सपना था कि मैं अर्जुन पुरस्कार जीतूं। इस पुरस्कार के लिए मेरी प्रेरणा कोलकाता के गोल्फर एस के जमशेद थे, जिन्होंने 1975 में अर्जुन पुरस्कार जीता था। मेरे घर में आज भी उनकी अवॉर्ड लेती हुई तस्वीर मौजूद है।'
उन्होंने कहा, 'मेरा सपना भी पूरा हो गया है। हर भारतीय खिलाड़ी का एक लक्ष्य अर्जुन बनना होता है। यह उसकी उपलब्धियों को मान्यता देता है। मैं बहुत खुश हूं और मुझे इस पुरस्कार से आगे भी अच्छा करने के लिए प्रेरणा मिलेगी।'
चौरसिया डेनमार्क के एलबोर्ग में यूरोपियन टूर के मेड इन डेनमार्क टूर्नामेंट में हिस्सा लेकर इस सम्मान के लिए दिल्ली पहुंचे थे। यूरोपियन टूर पर चार सहित कुल छह अंतरराष्ट्रीय खिताब जीत चुके चौरसिया अर्जुन अवॉर्ड बनने वाले 19 वें भारतीय गोल्फर और प्रोफेशनल गोल्फ टूर आफ इंडिया (पीजीटीआई) के 10वें सदस्य बन गए।
अर्जुन पुरस्कार जीत चुके पीजीटीआई के अन्य सदस्यों में अली शेर (1991), अमित लूथरा (1996), हरमीत कहलों (1997), जीव मिल्खा सिंह (1999), शिव कपूर (2002), ज्योति रंधावा (2004), अर्जुन अटवाल (2007), गगनजीत भुल्लर (2013) और अनिर्बाण लाहिड़ी (2014) शामिल हैं। कोलकाता के चौरसिया ने 2016 के रियोओलंपिक और इसी साल गोल्फ विश्वकप में भारत का प्रतिनिधित्व किया था। वह 2016 में ही यूरेशिया कप में टीम एशिया के सदस्य रहे थे। (वार्ता)