सुशील और उनके समर्थकों के खिलाफ आईपीसी की धारा 341 (गलत तरीके से रोकना) और 323 (जान-बूझकर चोट पहुंचाना) के तहत मामला दर्ज किया गया है। धारा 323 के तहत 1 साल की कैद या 1,000 रुपए जुर्माना या दोनों की सजा हो सकती है।
दोनों पहलवानों के समर्थक शुक्रवार को आपस में भिड़ गए थे, जब अगले साल अप्रैल में गोल्ड कोस्ट में होने वाले राष्ट्रमंडल खेलों के चयन ट्रॉयल में सुशील ने राणा को हराया। सीनियर पुलिस अधिकारियों ने बताया कि कैमरों में भी यह झगड़ा कैद हो गया है जिससे पुलिस ने मामला दर्ज किया।
शुक्रवार को चयन ट्रॉयल में 3 साल बाद राष्ट्रमंडल चैंपियनशिप स्वर्ण जीतकर अंतरराष्ट्रीय कुश्ती में वापसी करने वाले सुशील ने अपने सारे मुकाबले जीते। मामला तब बिगड़ गया, जब सेमीफाइनल में सुशील से हारने के बाद राणा ने दावा किया कि सुशील के समर्थकों ने रिंग में उनके खिलाफ उतरने के लिए उसे और उनके बड़े भाई को मारा।
दूसरी ओर सुशील ने दावा किया कि मुकाबले के दौरान राणा ने उन्हें मारा। उन्होंने कहा कि उन्होंने मुझे पीटा लेकिन कोई बात नहीं। यह मुझे अच्छा खेलने से रोकने की उनकी रणनीति होगी। यह खेल का हिस्सा है। जो कुछ हुआ था, वह गलत था। मैं इसकी निंदा करता हूं। मुकाबला खत्म होने के बाद एक-दूसरे के लिए सम्मान था।