साई कोच वेदप्रकाश ने जिन पहलवानों को कुश्ती के गुर सिखाए, उन्होंने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पर भारत का नाम चमकाया है, इनमें प्रमुख हैं अर्जुन अवॉर्डी और फिल्म 'दंगल' में आमिर खान और उनकी पूरी यूनिट को 4 महीने तक कुश्ती के दांव सिखाने वाले कृपाशंकर बिश्नोई (वर्तमान में भारतीय रेलवे के कोच)। कृपा के अलावा भी कई शिष्यों ने देश में अपने गुरु का नाम चमकाया है। यही कारण है कि इंदौर के अलावा उज्जैन, खंडवा, रतलाम, भिंड, हरदा, देवास, धार, कुक्षी से आए करीब 250 से ज्यादा पहलवानों ने अपने गुरु का आशीर्वाद लिया।
जिन पहलवानों ने अपने गुरु का स्वागत किया उनमें प्रमुख थे रघु पांजरे खंडवा, राजा यादव, बलवंत भाटी रतलाम, जीएल बिलोरिया, सचिन यादव, शेखर ठाकुर, बलराम यादव (बल्ली), कौशल बिश्नोई हरदा, अंतर मल्हार पालदा, श्याम तिवारी महू, सुमित बिलोनिया, उमेश पटेल, अजय वैष्णव इंदौर जिम, परवेज खान, सत्यजीत यादव, अरविंद पटेल, संजय राठौड़ देवास, अशोक यादव, अनिल गुप्ता सर, उपेन्द्र सेन, योगेन्द्र सेन, नितिन सिंह ठाकुर, मुन्ना बोरासी, मोहम्मद इरशाद आरआई, सुनील ससाने, शेरू पहलवान बृजवासी कुक्षी धार, वीरेंद्र निचित, पवन यादव, धीरज यादव देवास, लाखन सिंह पंवार तुलाराम गौड़, देवेन्द्र बिश्नोई हरदा, योगेश बिश्नोई खातेगांव, राजकुमार बिश्नोई (बंसी) इंदौर, अनिल राठौड़ देपालपुर, दीपक शर्मा (भाया), भंवरलाल घावरी, विजय व सन्नी यादव, विनय व अंकुश यादव, गोपाल कश्यप, अर्पित बिश्नोई, आदित्य बिश्नोई, चित्रा यादव, विजय पवार, विकास प्रजापति, रजत वर्मा, दुर्गेश कन्डारे, राहुल खोवाल, आकाश गुप्ता, विवेक प्रजापत, भीम सिंह सोलंकी, नरेन्द्र सिंह डोडिया, सौरभ मल्हार पालदा, रवि जाट महू, सूरज पाल, दिनेश तांबे, गुलाब हुसैन, श्रीकांत यादव, शुभम पाल, सुनील घावरी, संदीप शर्मा भिंड, आफताब खान, चेतन बेरी, कुलदीप यादव, दिनेश बिल्लोरे, सतपाल हरोड हरसोला, परवेज कुशवाह, मनोहर वर्मा (फूंदीलाल) विजय (छोटू) घावरी, संजय मोदिया, आशीष यादव, केजेश यादव, दुर्गेश पारगे, योगेश घावरी, सुरेश घावरी, रिजवान खान, मुजीब अली तथा राहुल कुशवाह।