स्पेन की राह में खड़ा चिली

गुरुवार, 24 जून 2010 (12:39 IST)
यूरोपीय चैम्पियन स्पेन को विश्व कप के अगले चरण में पहुँचने की बची-खुची उम्मीदें बनाए रखने के लिए ग्रुप एच के आखिरी मैच में चिली को हर हालत में हराना होगा।

अंतिम 16 की दौड़ में अभी स्विटजरलैंड और होंडुरास भी बने हुए हैं। स्पेन को बखूबी इल्म है कि टूर्नामेंट से पहले उससे की गई अपेक्षाओं पर खरे उतरने का उसके पास आखिरी मौका है।

मिडफील्डर आंद्रेस इनिएस्ता ने कहा कि हमें चिली को हर हालत में हराना है। हमें पता है कि यह कैसे करना है। इसके अलावा और कुछ मायने नहीं रखता। चाहे विश्व कप के प्रबल दावेदार का तमगा हो या आत्ममुग्धता या फिर तकनीकी बदलाव, स्पेन अपने प्रदर्शन से बिल्कुल प्रभावित नहीं कर सका है।

डेविड विला के दो गोल के दम पर उसने होंडुरास को भले ही हराया हो लेकिन पहले मैच में स्विट्जरलैंड से मिली हार ने कोच विसेंटे डेल बास्क की रणनीति पर सवाल उठा दिए। उन्होंने सेस्क फेब्रेगास और डेविड सिल्वा जैसे आक्रामक खिलाड़ियों की बजाय सर्जियो बास्केट्स और जाबी अलोंसो को तरजीह दी थी।

चिली को अगले दौर में पहुँचने के लिए सिर्फ एक ड्रॉ की जरूरत है। उसके छह अंक हैं जबकि स्पेन और स्विटजलैंड के तीन-तीन अंक है। होंडुरास ने खाता नहीं खोला है।

चिली के कोच मार्शेलो बिस्ला ने कहा कि हम अपने बेसिक्स पर पूरा ध्यान रखेंगे। हमें खिलाड़ियों पर पूरा भरोसा है। चिली ने हालाँकि पिछले सात मैचों में स्पेन के हाथों छह में पराजय का सामना किया है।

स्पेन के पास डेविड विला जैसा शानदार खिलाड़ी है, जो विरोधी को चाँटा रसीद करने के बावजूद फीफा के प्रतिबंध से बच गए। फर्नांडो टोरेस भी शुरुआती लाइन अप में होंगे हालांँकि उन्होंने होंडुरास के खिलाफ गोल करने के मौके गंवाए।

बिस्ला को मिडफील्डर कालरेस कारमोना और मटियास फर्नांडिस की कमी खलेगी जो निलंबन झेल रहे हैं। (भाषा)

वेबदुनिया पर पढ़ें