दूसरे वनडे मैच का आँखों देखा हाल

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रही-सहकसपोवापूरदीपोवार की गेंद पर छक्का उड़ाने के प्रयास में एंड्रूयू फ्लिंटॉफ (9) सीमा रेखा पर आगरकर को कैच थमा बैठे। मुनाफ ने दूसरे स्पेल में भारत के लिए एक और सफलता दिलाकर इंग्लैंड को संकट में डाल दिया। उन्होंने बोपारा को 17 रनों पर पगबाधा आउट कर दिया।

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इससे पहले मुनाफ पटेल ने 11वें ओवर की पाँचवी और छठी गेंद पर क्रमश: प्रायर (33) और कुक (36) कआउट किया। प्रायर को द्रविड़ ने और कुक को धोनी ने लपका।

ब्रिस्टरनोबरसादेखनमिलीताजा समाचार यह है कि भारत ने इंग्लैंड के खिलाफ दूसरे वनडे मैच को जीतने के लिए 330 रनों का लक्ष्य रखा है। भारत ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए सचिन तेंडुलकर के 99, राहुल द्रविड़ के तूफानी 92 (63 गेंद, 11 चौके, 1 छक्का) और युवराज सिंह के 49 रनों की मदद से 7 विकेट खोकर 329 रन बनाए। यह इंग्लैड के खिलाफ भारत का उच्चतम स्कोर है। फ्लिंटॉफ की चोट के बाद वापसी बेहद खतरनाक रही और उन्होंने 56 रन देकर पाँच विकेट लिए।

भारत कआउहोनवाले 7 बल्लेबाप्रकारहे - सौरव गांगुली (39), सचिन तेंडुलकर (99) , युवराज सिंह (49), धोनी (21), दिनेश कार्तिक (1) अजीत आगरकर (1) और रमेश पोवार (1)। द्रविड़ ने वनडे करियर का 80वां अर्धशतक जमाया। वे आज अपने कॅरियर का 322 वाँ मैच खेल रहे हैं। द वॉल ने 12 शतक भी लगाए हैं।

युवराज सिंह काफी सेट हो चुके थे और 49 रनों पर नाबाद थे, तभी ब्रॉड की गेंद पर कट करने के प्रयास में कॉलिंगवुड ने उनका दर्शनीय कैच लपक लिया। द्रविड़ के साथ उन्होंने तीसरे विकेट के लिए 9.3 ओवरों में 63 रन जोड़े। 49 रनों में युवराज ने 53 गेंदों का सामना किया और 6 चौके लगाए। भारत ने 41वें ओवर में तीसरा विकेट गँवाया।

सचिन के 12 हजार रन पूरे : सचिन तेंडुलकर ने बतौर सलामी बल्लेबाज (271वाँ मैच) खेलते हुए 12 हजार रन पूरे किए। ऐसी उपलब्धि हासिल करने वाले वे दुनिया के पहले बल्लेबाज हैं। सचिन ने पारी की शुरुआत करते हुए कुल 37 शतक और 59 अर्धशतक ठोंके हैं। उनका उच्चतम स्कोर न्यूजीलैंड के खिलाफ नाबाद 186 रन का रहा है। सलामी बल्लेबाज के मामले में सनथ जयसूर्या दूसरे नंबर पर है, जिनके 344 वनडे मैचों में 10 हजार रन से ज्यादा हैं।

सचिन विवादास्पद ढंग से 99 रनों पर आउट : सचिन जब अपने 42वें वनडे शतक से केवल 1 रन दूर थे और भारत का स्कोर 180 रन था, तभी फ्लिंटॉफ की गेंद पर विकेटकीपर प्रायर के दस्तानों में समा गए। हालाँकि सचिन ने अंपायर की ओर इशारा भी किया कि गेंद उनके बाँह से लगकर गई है लेकिन अंपायर ने कोई ध्यान नहीं दिया।

सचिन की महानता रही है कि वे जब भी आउट होते हैं तो अंपायर के निर्णय का इंतजार किए बगैर क्रीज छोड़ देते हैं लेकिन आज ऐसा नहीं हुआ। वे क्रीज पर रहे लेकिन अंपायर अपने निर्णय पर अटल थे। अंतत: निराशा भरे कदमों से वे पैवेलियन लौटे। सचिन के मैदान से लौटते ही मैच की रौनक खत्म हो गई है।

वैसे सचिन ने आज ग्रेट पारी खेली और वे वही पुराने सचिन दिखाई दिए जिस तरह वे बल्लेबाजी के शबाब पर थे। पिछले तीन मौके ऐसे आए हैं जब वे नर्वस नाइंटी के शिकार हुए हैं। सचिन यदि आज सैकड़ा जमाते तो ब्रिस्टल पर यह उनका लगातार तीसरा शतक होता। इसके पहले उन्होंने केन्या के खिलाफ 140 और श्रीलंका के खिलाफ 113 रन बनाए थे।

सचिन-गांगुली के बीच 18वीं शतकीय भागीदारी : यूजर्स की जानकारी के लिए हम बताना चाहेंगे कि सचिन तेंडुलकर और सौरव गांगुली के बीच बतौर सलामी बल्लेबाज यह 18वीं शतकीय भागीदारी हुई। दोनों ने कोई सवा सौ एक दिवसीय मैचों में भारत को सलामी शुरुआत दी है। यह साझेदारी 113 रनों पर टूटी।

गांगुली आउट : भारत ने पहला विकेट 113 रनों पर गांगुली का खोया। फ्लिंटॉफ की गेंद पाइंट की दिशा में गांगुली ने हवाई शॉट जमाया और 30 गज की सीमा के भीतर कॉलिंगवुड ने आसान कैच लपक लिया। गांगुली ने निहायत जोखिम भरा शॉट खेला था जिसका उन्हें खामियाजा भी भुगतना पड़ा। यह जरूरी नहीं है कि भाग्य हमेशा आपका साथ दे। कोलकाता के प्रिंस ने 5 चौकों व 1 छक्के की मदद से 39 रन बनाए।

महेन्द्रसिंधोनएंडरसगेंशॉर्फाइलेहुकरनप्रयामेट्रेमलेकैथमबैठेधोने 3 चौकोमदे 18 गेंदोर 21 बनाएभारचौथविकेट 47वेओवमें 302 ‍रनोखोयाइसके बाद भी राहुल द्रविड़ ने विकेट का एक छोर संभाले रखा और वे 92 रनों पर नाबाद रहे।

ब्रिस्टल पर छा रहा है तिरंगा : ब्रिस्टल में कई भारतीय समर्थक अपने साथ भारत के राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा लेकर आए हैं। तिरंगा ध्वज छोटे से लेकर काफी बड़े भी हैं। जब भी सचिन चौका लगाते थे, तब यह समर्थक राष्ट्रीय ध्वज को लहराकर उनके उत्साह को दो गुना करने लग जाते। सचिन भी काफी आक्रामक मूड में थे और वे दर्शकों की आकांक्षाओ पर 24 कैरेट सोने की भाँति खरे उतरे। उनके स्ट्रेट, कवर्स, पुल और स्क्वेयर कट देखते ही बनते थे।

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ब्रिस्टल मैदान का इतिहास : यहामैखेलहैइतिहागवाि 6 मर्तबलक्ष्पीछकरनवालटी
विजयहुहैदेखनदिलस्होगि क्यराहुसेनकोचमत्काकरतै? यहामेजबाइंग्लैंे 4 मैखेले। 2 मेउसजीर 2 मेहामिलहै

खिलाड़ियों को 'रंग दे बसंती' फिल्म दिखाई : पहलवनडहाे न केवकरोड़ोभारतीक्रिकेटप्रेमनिराहैबल्कि खुद 'टीइंडिया' मेडूबहुहैकोमैनेजचंदबोर्डखिलाडि़योमनोबबढ़ानलिउन्हफिल्म ' रंबसंती' दिखाताकि दूसरवनडमेदेगौरलिजीअर्जिकरें

ब्रिस्टल से जुड़ी सचिन के पिता की यादें : क्रिकेमेदखरखनवालोो 1999 सायाहोगइंग्लैंद्वारआयोजिविश्क्रिकेटूर्नामेंबीमेसचिपितरमेतेंडुलकनिधगयथा

पितअंतिक्रियाकर्लिसचिमुंबदिबावापस आ थेब्रिस्टइसमैदागमगीहोनबावजूसचिअगलमैखेलकेन्यखिलाशतक (140) जमायसैकड़जमानबाआसमातरदेखकबुदबदाे ' देखबाबा (पिता) शतमैआपकसमर्पिकरतहूँ

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वैससचिब्रिस्टमैखेलदोनोमेशतजमाएकेन्यअलावउन्होंनश्रीलंकखिलाफ 113 बनाथेमैदाउनका 253 स्ट्राइरेसर्वोत्तहै

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