रुपए में कमज़ोरी और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते गुरुवार को भी घरेलू शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली। इस गिरावट से निवेशकों के 3.13 लाख करोड़ रुपए डूब गए हैं। दरअसल बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के शेयरों का पूंजीकरण 1,43,71,351.05 करोड़ रुपए से गिरकर 1,40,57,705.04 करोड़ रुपए पर आ गया।
अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपए में कमजोरी गहराने के बाद विदेशी निवेशकों की ओर से हुई बिकवाली के चलते भारतीय शेयर बाजार लुढ़क गए। बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 850 अंक की गिरावट के साथ 35,128 के स्तर पर आ गया। वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 250 अंक लुढ़ककर 10,599 के स्तर पर है।
शेयर बाजार की इस भारी गिरावट से निवेशकों के 3.13 लाख करोड़ रुपए डूब गए हैं। दरअसल बीएसई पर लिस्टेड कंपनियों के शेयरों का पूंजीकरण 1,43,71,351.05 करोड़ रुपए से गिरकर 1,40,57,705.04 करोड़ रुपए पर आ गया है। क्रेडिट, इंटरेस्ट मार्केट से मिले खराब संकेतों से बाजार में गिरावट देखने को मिल रही है। इसके अलावा आईएलएंडएफएस के रेटिंग डाउनग्रेड से दबाव बना हुआ है, हालांकि निवेशकों को फिलहाल घबराना नहीं चाहिए, बल्कि गिरावट पर अच्छे शेयरों में निवेश करना फायदेमंद रहेगा।
शेयर बाजार रेपो रेट में 3-4 बढ़ोतरी मानकर चल रहा है। कच्चे तेल में तेजी से महंगाई का खतरा बना हुआ है, ऐसे में इस बार की पॉलिसी में दरों में 0.25 फीसदी की बढ़ोतरी मुमकिन है। रुपए में कमज़ोरी और कच्चे तेल की कीमतों में तेजी के चलते गुरुवार को भी घरेलू शेयर बाजार में तेज गिरावट देखने को मिली थी। गुरुवार को रुपए की कीमत में एक बार फिर रिकॉर्ड गिरावट जारी रही।
एक डॉलर के मुकाबले गुरुवार को रुपया 73.70 तक पहुंच गया। इससे पहले बुधवार को बीएसई का 30 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 550 अंक की गिरावट के साथ 35,976 के स्तर पर बंद हुआ था, वहीं एनएसई का 50 शेयरों वाला प्रमुख इंडेक्स निफ्टी 150 अंक गिरकर 10,858 के स्तर पर बंद हुआ था।