दिग्गज कंपनियों की तुलना में मझौली और छोटी कंपनियों में लिवाली का अधिक जोर रहा, जिससे बीएसई का मिडकैप 0.11 प्रतिशत बढ़कर 14961.86 अंक पर और स्मॉलकैप 0.26 प्रतिशत बढ़कर 14320.04 अंक पर रहा। बीएसई में कुल मिलाकर 2651 कंपनियों में कारोबार हुआ, जिसमें 1314 बढ़त में और 1165 गिरावट में रहे जबकि 172 पिछले सत्र पर टिकने में सफल रहे।
बीएसई के अधिकांश समूह हरे निशान में रहे जिसमें रियलटी 0.76 प्रतिशत, पावर 0.71 प्रतिशत, पूंजीगत वस्तु 0.57 प्रतिशत प्रमुखता से शामिल हैं। गिरावट में रहने वालों में आईटी 0.86 प्रतिशत, टेक 0.66 प्रतिशत, सीडी 0.11 प्रतिशत और ऑटो 0.09 प्रतिशत शामिल हैं।
वैश्विक स्तर पर यूरोपीय बाजार में हरे निशान में रहे, जबकि एशियाई बाजार लाल निशान में बंद हुए। ब्रिटेन का एफटीएसई 0.79 प्रतिशत और जर्मनी का डैक्स 0.71 प्रतिशत की बढ़त में रहा। चीन का शंघाई कंपोजिट 0.94 प्रतिशत, जापान का निक्की 0.53 प्रतिशत, दक्षिण कोरिया का कोस्पी 1.23 प्रतिशत और हांगकांग का हैंगसेंग 0.07 प्रतिशत गिरकर बंद हुआ।