मुंबई। पिछले 2 कारोबारी सत्रों में तेजी के बाद घरेलू शेयर बाजारों में बुधवार को भारी गिरावट दर्ज की गई और बीएसई सेंसेक्स 709 अंक लुढ़कर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 225.50 अंक यानी 1.44 प्रतिशत गिरकर 15,413.30 अंक पर बंद हुआ।
वैश्विक बाजारों में कमजोर रुख और विदेशी निवेशकों की लगातार निकासी के कारण बाजार में गिरावट आई। तीस शेयरों पर आधारित बीएसई सेंसेक्स 709.54 अंक यानी 1.35 प्रतिशत की गिरावट के साथ 51,822.53 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 792.09 अंक तक गिर गया था।
इसी तरह, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 225.50 अंक यानी 1.44 प्रतिशत गिरकर 15,413.30 अंक पर बंद हुआ। सेंसेक्स के शेयरों में टाटा स्टील, विप्रो, रिलायंस इंडस्ट्रीज, इंडसइंड बैंक, एचसीएल टेक्नोलॉजीज, बजाज फिनसर्व, टाइटन और बजाज फाइनेंस में प्रमुख रूप से गिरावट रही।
वहीं दूसरी तरफ टीसीएस, एचयूएल, पावरग्रिड और मारुति सुजुकी इंडिया के शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। एशिया के अन्य बाजारों में जापान का निक्की, दक्षिण कोरिया का कॉस्पी, हांगकांग का हैंगसेंग सूचकांक और चीन का शंघाई कंपोजिट गिरावट के साथ बंद हुए।
यूरोपीय बाजारों में भी दोपहर के कारोबार के दौरान गिरावट रही, जबकि अमेरिकी शेयर बाजार मंगलवार को बढ़त के साथ बंद हुए। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वीके विजयकुमार ने कहा, बाजार में अच्छी तेजी आ सकती है और मंगलवार को यह देखने को मिला, लेकिन सवाल है, क्या यह जारी रहेगी? कच्चे तेल के दाम में नरमी के अलावा वैसी कोई आर्थिक खबरें नहीं हैं, जिससे तेजी को बरकरार रखने में मदद मिले।
उन्होंने कहा, डॉलर मजबूत बना हुआ है और अमेरिकी बॉन्ड प्रतिफल आकर्षक है और इसमें वृद्धि की उम्मीद है। इसको देखते हुए विदेशी संस्थागत निवेशकों का अपनी बिकवाली रणनीति बदलने का कोई कारण नहीं दिखता है।इस बीच, अंतरराष्ट्रीय तेल मानक ब्रेंट क्रूड 4.19 प्रतिशत की बड़ी गिरावट के साथ 109.8 डॉलर प्रति बैरल पर आ गया।
शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशक लगातार पूंजी बाजार से निकासी कर रहे हैं। उन्होंने मंगलवार को 2,701.21 करोड़ रुपए मूल्य के शेयर बेचे।(भाषा)