बीएसई की दिग्गज कंपनियों की तुलना में मझौली और छोटी कंपनियों में बिकवाली का दबाव अधिक रहा। इससे मिडकैप 1.40 प्रतिशत गिरकर 25,480.94 अंक और स्मॉलकैप 2.18 प्रतिशत लुढ़ककर 28,949.96 अंक पर रहा।
इस दौरान बीएसई में कुल 3665 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ, जिनमें से 2765 में बिकवाली जबकि 786 में लिवाली हुई, वहीं 114 में कोई बदलाव नहीं हुआ। इसी तरह एनएसई में 38 कंपनियां गिरावट पर, जबकि 12 तेजी पर रही।
विश्लेषकों के अनुसार, चीन में कोविड के एक बार फिर से पांव पसारने से दुनिया पर आर्थिक मंदी का खतरा मंडराने को लेकर निवेशक खासे हताश हैं, जिसका असर दुनिया के सभी बाजारों पर देखा जा रहा है। ऐसी परिस्थिति में बीएसई के 17 समूह गिर गए। कमोडिटीज 1.91, सीडी 1.61, ऊर्जा 1.75, एफएमसीजी 1.10, वित्तीय सेवाएं 1.75, इंडस्ट्रियल्स 2.13, दूरसंचार 2.32, यूटिलिटीज 2.50, ऑटो 1.30, बैंकिंग 1.67, कैपिटल गुड्स 1.64, कंज्यूमर ड्यूरेबल्स 1.31, तेल एवं गैस 1.85, पावर 2.40 और रियल्टी समूह के शेयर 1.68 प्रतिशत लुढ़क गए।
अंतरराष्ट्रीय बाजार में मिलाजुला रुख रहा। इस दौरान ब्रिटेन का एफटीएसई 0.50, जर्मनी का डैक्स 0.76 और हांगकांग का हैंगसेंग 0.34 प्रतिशत चढ़ गया, जबकि जापान के निक्केई में 0.68 और चीन के शंघाई कंपोजिट में 0.17 प्रतिशत की गिरावट रही।
Edited By : Chetan Gour (वार्ता)