मुंबई। इस वर्ष के अंतिम कारोबारी दिवस पर घरेलू शेयर बाजारों में ऊंचे स्तर पर बिकवाली का जोर रहने से शुक्रवार को दोनों प्रमुख सूचकांक बीएसई सेंसेक्स और एनएसई निफ्टी गिरावट के साथ बंद हुए।वर्ष 2021 के बंद भाव की तुलना में इस साल सेंसेक्स 2,586.92 अंक यानी 4.44 प्रतिशत की बढ़त पर रहा।
बीएसई का 30 शेयरों वाला मानक सूचकांक सेंसेक्स 293.14 अंक यानी 0.48 प्रतिशत नुकसान के साथ 60,840.74 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह एक समय 258.8 अंक चढ़कर 61,392.68 अंक तक पहुंच गया था लेकिन बिकवाली होने से इसने सारी बढ़त गंवा दी।
इसी तरह एनएसई का सूचकांक निफ्टी भी 85.70 अंक यानी 0.47 प्रतिशत गिरकर 18,105.30 अंक पर बंद हुआ। यह वर्ष 2022 का अंतिम कारोबारी दिन था। वर्ष 2021 के बंद भाव की तुलना में इस साल सेंसेक्स 2,586.92 अंक यानी 4.44 प्रतिशत की बढ़त पर रहा है जबकि निफ्टी में 751.25 अंक यानी 4.32 प्रतिशत की तेजी दर्ज की गई है।
सेंसेक्स में शामिल कंपनियों में से शुक्रवार को आईसीआईसीआई बैंक, भारती एयरटेल, एचडीएफसी, आईटीसी, नेस्ले, लार्सन एंड टुब्रो, एशियन पेंट्स, महिंद्रा एंड महिंद्रा, पावरग्रिड और इंडसइंड बैंक को खासा नुकसान उठाना पड़ा।
दूसरी तरफ, बजाज फिनसर्व, टाइटन, बजाज फाइनेंस, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, विप्रो, कोटक महिंद्रा बैंक, टेक महिंद्रा, रिलायंस इंडस्ट्रीज और भारतीय स्टेट बैंक के शेयर बढ़त हासिल करने में सफल रहे। एशिया के अन्य बाजारों में टोक्यो, शंघाई और हांगकांग के सूचकांक बढ़त के साथ बंद हुए।
इस बीच, विदेशी संस्थागत निवेशकों (एफआईआई) ने भारतीय बाजारों से निकासी की है। उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक गुरुवार को एफआईआई ने 572.78 करोड़ रुपए मूल्य के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की।
Edited By : Chetan Gour (भाषा)