बीएसई का सेंसेक्स 0.09 प्रतिशत यानी 26.38 अंक टूटकर एक सप्ताह से ज्यादा के निचले स्तर 29,894.80 अंक पर बंद हुआ। ठीक एक सप्ताह पहले 26 अप्रैल को यह 30,133.35 अंक के अब तक के उच्चतम स्तर पर बंद हुआ था। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 0.02 प्रतिशत यानी 1.85 अंक लुढ़ककर 9,311.95 अंक पर बंद हुआ।
एशियाई बाजारों की तेजी से समर्थन पाकर सेंसेक्स 63.77 अंक की मजबूती के साथ 29,984.95 अंक पर खुला और कुछ ही देर में 30,020.59 अंक के दिवस के उच्चतम स्तर पर पहुंच गया। हालांकि इसके बाद बाजार में बिकवाली शुरू हो गई। दिनभर सूचकांक कभी हरे तो कभी लाल निशान से होता हुआ कारोबार की समाप्ति से ठीक पहले 29,846.57 अंक के दिवस के निचले स्तर को छूने के बाद गत दिवस की तुलना में 26.38 अंक नीचे 29,894.80 अंक पर बंद हुआ। यह 24 अप्रैल के बाद का इसका निचला स्तर है। बाजार की गिरावट में यूरोपीय बाजारों के शुरुआती कारोबार में लाल निशान में रहने से बनी नकारात्मक धारणा का भी योगदान रहा।
सेंसेक्स में सबसे ज्यादा गिरावट ल्युपिन के शेयर में देखी गई जो तीन फीसदी से ज्यादा टूटे। एचडीएफसी, आईसीआईसीआई बैंक, टाटा मोटर्स और टाटा स्टील में भी 1.03 प्रतिशत से 1.37 प्रतिशत तक की गिरावट रही। सबसे ज्यादा 2.31 प्रतिशत की तेजी पावर ग्रिड में दर्ज की गई।
निफ्टी भी 30.90 अंक की बढ़त में 9,344.70 अंक पर खुला।
कारोबार के दौरान 9,346.30 अंक के दिवस के उच्चतम और 9,298.40 अंक के निचले स्तर से होता हुआ यह गत दिवस के मुकाबले 1.85 अंक नीचे 9,311.95 अंक पर बंद हुआ। बीएसई में कुल 3,006 कंपनियों के शेयरों में कारोबार हुआ। इनमें 1,481 के शेयरों में गिरावट और 1,363 में बढ़त दर्ज की गई, जबकि 162 के शेयरों के भाव अपरिवर्तित रहे।
बड़ी कंपनियों की तरह मझौली कंपनियों में भी बिकवाली का जोर रहा, जबकि छोटी कंपनियों में निवेशकों का विश्वास बना रहा। बीएसई का मिडकैप 0.30 प्रतिशत टूटकर 14,810.21 अंक पर आ गया। वहीं स्मॉलकैप 0.07 प्रतिशत की मजबूती के साथ 15,430.96 अंक पर रहा। (वार्ता)