मुंबई। वैश्विक स्तर पर कमजोरी के रुख से बंबई शेयर बाजार में मंगलवार को चार दिन से जारी तेजी का सिलसिला थम गया तथा सेंसेक्स 111 अंक टूट गया। नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी भी 8,800 अंक के स्तर से नीचे आ गया। अमेरिकी फेडरल रिजर्व तथा जापानी केंद्रीय बैंक की महत्वपूर्ण नीतिगत बैठकों से पहले यहां निवेशकों ने सतर्कता बरती।
इस बीच, आम राय यह है कि फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में बदलाव नहीं करेगा, लेकिन निवेशकों को इस बारे में संकेतकों का इंतजार है कि अगली ब्याज दर वृद्धि कब होगी।
जियोजित बीएनपी परिबा फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा, निवेशक व्यापक रूप से ब्याज दरों के मोर्चे पर यथास्थिति की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन फेडरल रिजर्व की किसी सख्त टिप्पणी से नकदी का प्रवाह निवेश के लिए सुरक्षित संपत्तियों की ओर स्थानांतरित हो सकती है और इससे घरेलू बाजारों में उतार-चढ़ाव आ सकता है।
इस बीच, मूडीज ने सुधारों की प्रक्रिया को धीमी बताते हुए कहा है कि निजी निवेश में कमी तथा एनपीए चुनौती है। मूडीज ने कहा कि यदि उसे यह भरोसा होगा कि सुधार साकार होते हैं तो वह एक-दो साल में भारत की रेटिंग को बढ़ा सकती है।
बंबई शेयर बाजार का 30 शेयरों वाला सेंसेक्स आज 111.30 अंक या 0.39 प्रतिशत टूटकर 28,523.20 अंक पर आ गया। कारोबार के दौरान यह 28,698.81 से 28,480.53 अंक के दायरे में रहा। पिछले चार सत्रों में सेंसेक्स 281 अंक चढ़ा था।
इसी तरह नेशनल स्टाक एक्सचेंज का निफ्टी 32.50 अंक 0.37 प्रतिशत के नुकसान से 8,800 अंक से नीचे 8,775.90 अंक पर बंद हुआ। कारोबार के दौरान यह 8,759.30 अंक तक नीचे आया और 8,816.45 अंक तक ऊपर गया। (भाषा)