क्या होता है शेयरों का एक्स डेट होना : एक्स-डेट वह तारीख होती है जब कोई शेयर डिविडेंड, बोनस, राइट्स इश्यू, स्टॉक स्प्लिट, या बायबैक ऑफर के अधिकारों के बिना ट्रेड करना शुरू करता है। इन लाभों के लिए पात्रता पाने के लिए निवेशकों को एक्स-डेट से पहले संबंधित शेयर खरीदने होते हैं। रिकॉर्ड डेट पर, कंपनी पात्र शेयरधारकों की पहचान करती है।
15 सालों में 4 बार बोनस शेयर : कंपनी ने अपने शेयरधारकों को पिछले 15 सालों में चार बार बोनस शेयर दिए हैं। इससे कंपनी में निवेशकों की शेयर होल्डिंग कई गुना बढ़ गई। 2010 में Wipro ने हर 3 शेयर पर 2 बोनस शेयर देने का ऐलान किया था। 2017 में निवेशकों को हर शेयर पर एक बोनस शेयर दिया गया। इसी तरह 2019 में भी 3 हर शेयरों पर एक बोनस शेयर दिया गया। 2024 में भी कंपनी ने हर शेयर पर एक बोनस शेयर देने का फैसला किया। इस तरह 2009 में खरीदे गए 100 शेयर बढ़कर 444 हो गए।
2010 से पहले भी कंपनी 10 बार शेयर होल्डर्स को बोनस शेयर जारी कर चुकी है। बोनस मिलने के बाद इक्विटी कैपिटल बढ़ जाता है, लेकिन फेस वैल्यू में कोई बदलाव नहीं होता। निवेशकों को ज्यादा डिविडेंड के रूप इसका फायदा मिलता है।