पिछले टी-20 विश्वकप के सफल तेज गेंदबाजों में से एक शाहीन अफरीदी इस बार ऑस्ट्रेलियाई पिचों पर 2 मैच बाद भी अपना खाता नहीं खोल पाए हैं। इसके साथ ही वह महंगे भी साबित हुए हैं।
कुल दो मैचों में 8 ओवर यानि कि 48 गेंद डालने पर भी शाहीन अफरीदी को एक भी विकेट नसीब नहीं हुआ। वहीं वह इन ओवरों में अब तक 63 रन दे चुके हैं।
भारत के खिलाफ 4 ओवरों में लुटाए 34 रन
पिछले दो वर्षों में पाकिस्तान के सबसे घातक गेंदबाज रहे शाहीन ने भारत के खिलाफ T20 World Cup में अपने आखिरी दो ओवरों में 25 रन लुटाए और अपने अंतिम ओवर में 19 रन देकर भारत को रविवार को रोमांचक मैच जीतने का मौका दे दिया।शाहीन अफरीदी ने अपने 4 ओवरों के कोटे से 34 रन दिए और कोई भी विकेट लेने में नाकाम रहे।
जिम्बाब्वे के सलामी बल्लेबाजों को देखकर लग ही नहीं रहा था कि वह शाहीन अफरीदी नामक हव्वे से डरे हुए हैं। पहले ओवर से ही उन्होंने शाहीन पर प्रहार करना शुरु किया और 14 रन बटोरे। शाहीन ने इसके बाद स्थिति संभालनी चाही लेकिन पूरे कोटे में उन्होंने 29 रन दिए, वह भी बिना विकेट के।
घुटने की सर्जरी के कारण गति में आ गई है कमी
एशिया कप से बाहर बैठे शाहीन अफरीदी का घुटने में ऑपरेशन हुआ है। उन्होंने बहुत अभ्यास भी नहीं किया है। शाहीन अब घुटनों की चोट के कारण उबर रहे हैं और उनकी गति में कमी आई । मसलन पिछले साल वह गेंद को 145 प्रति घंटे के आस पास वहीं इस बार यह गति 138 के पास थी।
हीरो से जीरो बने , टीम से बाहर होने की नौबत
कभी टीम के सबसे बड़े तुरुप के पत्ते शाहीन अफरीदी को अब अंतिम ग्यारह में बने रहना मुश्किल लग रहा है। शाहीन अफरीदी को अगल नीदरलैंड के खिलाफ पर्थ में जगह मिल जाए तो उन्हें खुद को भाग्यशाली समझना चाहिए। वैसे कप्तान बाबर उनकी जगह एक और बल्लेबाज टीम में शामिल कर सकते हैं।