टी-20 विश्वकप में क्वालिफायर के नतीजों के बाद भारतीय क्रिकेट फैंस खासे खुश होंगे। वह इस कारण क्योंकि 2 कमजोर टीमें भारत के ग्रुप में आ गई है। इससे भारत का ग्रुप थोड़ा आसान लग रहा है और टीम के सेमीफाइनल में जाने की संभावना थोड़ी बड़ी हुई लग रही है।
यूएई ने डेविड वीज़े (55) के जुझारू अर्द्धशतक के बावजूद नामीबिया को आईसीसी टी20 विश्व कप के पहले दौर के रोमांचक मुकाबले में गुरुवार को सात रन से मात दी थी। यूएई ने जहां टी20 विश्व कप इतिहास में अपनी पहली जीत दर्ज की थी, वहीं नीदरलैंड ने इस जीत के दम पर टी20 विश्व कप के सुपर-12 राउंड में प्रवेश कर लिया था।
इस मैच से पहले ही ग्रुप-ए के अपने अंतिम मुकाबले में श्रीलंका ने नीदरलैंड को 163 रन का लक्ष्य दिया था। इसके जवाब में नीदरलैंड नौ विकेट के नुकसान पर 146 रन ही बना सकी थी। लेकिन सिर्फ 16 रनों की हार के कारण नीदरलैंड क्वालिफायर ग्रुप बी की दूसरी टीम बनी और भारत के ग्रुप में उसे दाखिला मिला। इससे पहले नीदरलैंड ने नामीबिया और संयुक्त अरब अमीरात को मात दी थी।
जिम्बाब्वे बनी ग्रुप की शीर्ष टीम, भारत के ग्रुप में आई।
जहां ग्रुप बी की दूसरी टीम भारत में जानी थी तो ए ग्रुप की पहली टीम भारत के ग्रुप में जानी थी। जिम्बाब्वे ने आयरलैंड और स्कॉटलैंड को हराकर पहली बार टी-20 विश्वकप के सुपर 12 में जगह बनाई। टीम ग्रुप की शीर्ष टीम रही।ग्रुप की दूसरी टीम आयरलैंड ने आज ही वेस्टइंडीज को हराकर सुपर 12 में जगह बनाई जहां ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड और न्यूजीलैंड जैसी शीर्ष टीमें है।
भारत का कैसे हुआ फायदा ?
नामिबिया की श्रीलंका पर जीत के बाद यह कयास लगाए जा रहे थे कि श्रीलंका भारत के ग्रुप में आएगा। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। श्रीलंका ने अगले मैच में यूएई को 73 रनों से हराकर रन रेट बहुत ऊपर बढ़ा ली और नामिबिया नीदरलैंड से हार गई। कल नामिबिया के पास मौका था सुपर 12 में आने का लेकिन यूएई के खिलाफ 7 रनों से हार ने उसका सफर समाप्त कर दिया।
वैसे तो पहले ही दिन से टी-20 विश्वकप में उलटफेर हुए हैं। लेकिन भारतीय क्रिकेट फैंस के लिए राहत की बात यह है कि दो कमजोर टीमें भारत के ग्रुप में आई है। ग्रुप में पहले से ही बांग्लादेश की टीम है जिसका एशिया कप में प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा। ऐसे में भारत अगर पाकिस्तान और दक्षिण अफ्रीका पर जीत दर्ज कर ले तो उसके सेमीफाइनल का टिकट पक्का है।