अमेरिका की टीम के कप्तान मोनांक पटेल ने कहा कि उनकी टीम को मैच को सुपर ओवर में जाने ही नहीं देना चाहिए था।
जीत के बाद प्लेयर ऑफ द मैच मोनांक ने कहा, “जब मैं आउट हुआ, तब भी हम मैच में बने हुए थे। हमें मैच को सुपर ओवर में जाने ही नहीं देना चाहिए था। हालांकि जिस तरह से हमने अपने जज्बातों काबू पाते हुए सुपर ओवर में 18 रन बनाए और फिर उसका बचाव किया, वह काबिल-ए-तारीफ था।”
उन्होंने कहा, “हमारी योजना थी कि हम टॉस जीते और पहले गेंदबाजी करें। हमें पता था कि पहले आधे घंटे में पिच पर तेज गेंदबाजो को मदद मिलेगी। जिस तरह से हमने उन्हें पावरप्ले में शांत रखा और कुछ महत्वपूर्ण विकेट लिए, उससे हमें बहुत मदद मिली। इस मैदान पर एक ओर बाउंड्री छोटी है और इस विकेट पर 160 रन एक प्राप्त करने वाला स्कोर था।”
उन्होंने कहा, “हम परिस्थितियों का पूरी तरह उपयोग करना चाहते थे। हमारी योजना थी कि एक बाएं हाथ का गेंदबाज ओवर द विकेट एंगल से वाइड यॉर्कर करे और कटर गेंदें डाले। अली खान स्टंप्स पर गेंदबाजी करते हैं, लेकिन हम चाहते थे कि गेंद बल्लेबाजों की पहुंच से दूर रहे। एक बाएं हाथ के बल्लेबाज के लिए एंगल भी बहुत मदद करता है। सौरभ के लिए यह एक अच्छा दिन था और हमने उन्हें बैक किया।”
उन्होंने कहा, “हमें हमारी क्षमता पता है और हमें यह भी पता है कि हम क्या कर सकते हैं। लेकिन हम एक समय में एक ही मैच पर ध्यान करते हैं। अभी हमारा ध्यान भारत के खिलाफ अगले मैच पर है। हम आयरलैंड के खिलाफ मैच के बारे में सोच भी नहीं रहे, सुपर-8 तो और भी दूर की बात है। लेकिन हमे इस बात की खुशी हैं पाकिस्तान के खिलाफ पहली बार खेल रहे थे और हमने उन्हें हरा दिया। यह हमारी ओर से एक अविश्वसनीय प्रदर्शन था। यह अमेरिकी क्रिकेट के लिए एक बड़ा दिन है। इस जीत से हमारे लिए कई दरवाजे खुलेंगे और इससे अमेरिका में क्रिकेट के विकास में मदद मिलेगी।”(एजेंसी)