नामीबिया के मध्यम क्रम के बल्लेबाज डेविड वीजा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले लिया है।इंग्लैंड के खिलाफ टी-20 विश्वकप 2024 में नामीबिया के अंतिम मैच के बाद डेविड वीजा ने पत्रकार वार्ता में कहा, “अगला टी-20 वर्ल्ड कप दो साल बाद होना है और मैं 39 की उम्र का हो गया हूं। इसलिए जहां तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की बात है मुझे नहीं लगता मैं इस स्तर पर अपना सर्वश्रेष्ठ दे सकता हूं। जाहिर तौर पर मैं कुछ और साल क्रिकेट खेलूंगा और मुझे लगता है कि मेरे अंदर इस खेल में योगदान देने के लिए काफी कुछ शेष है। लेकिन मुझे लगा कि अपने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को विराम देने का यही सही समय है।”
वीजा अमूमन मध्य क्रम में बल्लेबाजी करते हैं लेकिन इंग्लैंड के खिलाफ बड़े लक्ष्य को देखते हुए उन्हें नंबर तीन पर बल्लेबाजी के लिए भेजा गया।
वीजा ने वर्ष 2021 में टी-20 विश्वकप में नामीबिया के लिए पर्दापण किया था। यह नामीबिया के लिए उनका लगातार तीसरा टी-20 विश्वकप था। उन्होंने नामीबिया के लिए 34 टी-20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 532 रन बनाए और 35 विकेट भी अपने नाम किए। उन्होंने छह एकदिवसीय मैच भी खेले, जिसमें उन्होंने 228 रन बनाने के अलावा छह विकेट लिए। वीजा ने कुल 54 टी-20 अंतरराष्ट्रीय और 15 एकदिवसीय मैच खेले।
David Wiese stepped up with both bat and ball for South Africa and Namibia
इस विश्वकप और 2021 के विश्वकप की पहली जीत के हीरो रहे थे डेविड
नामीबिया के लिए T20I World Cup 2024 में ओमान के खिलाफ जीत के हीरो रहे डेविड विसे कभी दक्षिण अफ्रीका के लिए क्रिकेट खेलते थे। नामीबिया ने पहली बार टी-20 विश्वकप में साल 2021 में भाग लिया था और डेविड विसे की बदौलत ही उनको इस टूर्नामेंट में अपनी पहली जीत मिली थी।
उन्होंने नामीबिया से ऊंची रैंकिंग नीदरलैंड्स के खिलाफ 40 गेंद का सामना करते हुए चार चौके और पांच छक्के जमाये थे। उनका यह पहला अंतरराष्ट्रीय अर्धशतक था, उनकी इस पारी ने कुछ ही मिनट में मैच का पासा ही पलट दिया था।मौजूदा संस्करण में ओमान के खिलाफ मिली इकलौती जीत में वीजा ने 28 रन देकर तीन विकेट लिए थे।
अनुभवी विसे दक्षिण अफ्रीका के लिये भी टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच खेल चुके हैं, साल 2013 में दक्षिण अफ्रीका टीम की ओर से उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ पहला टी-20 खेला था।दक्षिण अफ्रीका के लिए वह 24 टी-20 अंतरराष्ट्रीय खेल चुके हैं।इसमें कुछ मैच 2014 में खेले गए टी-20 विश्वकप के भी शामिल है।
साल 2015 में वह भारत के खिलाफ गांधी मंडेला सीरीज में भी खेलने वाले थे। लेकिन चोट के कारण उनकी जगह एल्बी मोर्कल ने ले ली। वीसे को अभ्यास मैच के दौरान अपनी गेंद पर कैच लपकते समय चोट लगी थी और ऑपरेशन कराना पड़ा।