भेदभाव रहित साइंस, इंजीनियरिंग, इकनोमिक, फाइनेंशियल, इंस्टीट्यूशनल और रेगुलर फैक्टर्स के आधार पर छात्रों को शिक्षा देना और करियर के अवसर उपलब्ध कराना। साथ ही मीट्रिक एजुकेशन, हेल्थ, नौकरी के अवसर, फिजिकल सिक्योरिटी, इकनोमिक सिक्योरिटी आदि जैसे फैक्टर्स पर विचार करते हुए किसी देश के जीवन की गुणवत्ता निर्धारित करना।