बेच डाली हर एक शै मैंने

मंगलवार, 1 फ़रवरी 2011 (12:02 IST)
बेच डाली हर एक शै मैंने,
अपना बेचा मगर ज़मीर नहीं - अज़ीज़ अंसारी

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