ग़ाज़ा: बढ़ती भुखमरी पर चिंता, इसराइली अभियानों में मौतें जारी

UN

सोमवार, 28 जुलाई 2025 (12:43 IST)
संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों का कहना है कि ग़ाज़ा पट्टी में, इसराइली सैन्य अभियानों के कारण, लगातार मौतें, विस्थापन और विनाश जारी हैं। मानवीय राहत मामलों की समन्वय एजेंसी (OCHA) ने ग़ाज़ा पट्टी में भयावह और तेज़ी से बिगड़ते हालात पर फिर से चिन्ता व्यक्त की है।

OCHA ने शुक्रवार को कहा कि पूरे ग़ाज़ा पट्टी क्षेत्र में भुखमरी का संकट गहराता जा रहा है। स्थानीय स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया है कि पिछले दिन, भुखमरी से दो और लोगों की मौत हो गई।

भूख और कुपोषण से उन बीमारियों का ख़तरा बढ़ जाता है जो इंसानों की प्रतिरक्षा प्रणाली को कमज़ोर कर देती हैं। ख़ासतौर पर महिलाओं, बच्चों, बुज़ुर्गों और विकलांगों या पुरानी बीमारियों से ग्रस्त लोगों में यह ख़तरा अधिक होता है, जिनके घातक परिणाम हो सकते हैं।

भोजन की कमी, गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को भी प्रभावित कर रही है, जिससे उनके बच्चों के, स्वास्थ्य सम्बन्धी जटिलताओं के साथ पैदा होने का ख़तरा बढ़ रहा है, और माताओं की स्तनपान कराने की क्षमता भी प्रभावित हो रही है।

भोजन की भारी कमी : ग़ाज़ा पट्टी में पहुँच रही थोड़ी-बहुत सहायता सामग्री, विशाल ज़रूरतों को पूरा करने के लिए पर्याप्त नहीं है। इसराइली अधिकारियों ने ग़ाज़ा पट्टी में मानवीय सहायता सामग्री के वितरण पर प्रतिबन्ध लगा रखा है और वो सहायता प्रयासों में निरन्तर बाधा खड़ी कर रहे हैं।

इसराइली अधिकारियों ने गुरूवार को ग़ाज़ा के अन्दर मानवीय सहायता कार्यों के समन्वय के 15 प्रयासों में से, चार को पूरी तरह से अस्वीकार कर दिया गया, तीन में बाधा डाली गई, एक को स्थगित कर दिया गया। दो अन्य मिशन, आयोजकों को ही रद्द करने पड़े. केवल पांच सहायता मिशनों को ही आगे बढ़ने की सुविधा प्रदान की गई।

गुरूवार को वैसे तो जो सीमित मात्रा में ईंधन प्राप्त हुआ, उसे भी पूरी तरह से सामुदायिक रसोई, स्वास्थ्य सेवा और जल एवं स्वच्छता सुविधाओं के लिए आवंटित किया गया था। फिर भी ईंधन की कमी जारी है क्योंकि ग़ाज़ा में प्रवेश करने वाली ईंधन मात्रा आवश्यक सुविधाओं को बनाए रखने के लिए अपर्याप्त है।

संयुक्त राष्ट्र मुस्तैद : कड़ी बाधाओं के बावजूद, संयुक्त राष्ट्र की टीमें सहायता सामग्री के वितरण में तेज़ी लाने और अनुमति मिलते ही, इन गम्भीर ज़रूरतों को पूरा करने के लिए तैयार हैं

OCHA ने कहा है कि संयुक्त राष्ट्र, खाद्य सहायता, स्वास्थ्य सेवाओं, स्वच्छ जल और अपशिष्ट प्रबन्धन, पोषण आपूर्ति व आश्रय सामग्री की आपूर्ति में तेज़ी ला सके, इसके लिए, इसराइल को अपनी सीमाएं खोलनी होंगी, ईंधन और उपकरणों को अन्दर आने देना होगा और मानवीय सहायता कर्मियों को सुरक्षित रूप से काम करने की अनुमति देनी होगी।

मानवीय मामलों के अवर महासचिव टॉम फ़्लैचर ने गुरुवार को एक सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि "हमें ज़्यादा से ज़्यादा लोगों की जान बचानी होगी और हमारे पास एक योजना तैयार है"

उन्होंने सदस्य देशों के साथ जो योजना साझा की है, उसमें इस भयावहता को रोकने और मानवीय सहायता कार्यों में आने वाली बाधाओं को कम करने के लिए आवश्यक क़दमों का ज़िक्र है। टॉम फ़्लैचर ने ग़ाज़ा मानवीय संस्थान (GHF) के प्रमुख को भी पत्र लिखा है, जो इसराइल और संयुक्त राज्य अमेरिका द्वारा समर्थित सहायता वितरण की एक वैकल्पिक योजना है।

फ़्लैचर ने इस पत्र में दोहराया है कि संयुक्त राष्ट्र, ग़ाज़ा में, मानवीय सहायता मुहैया कराने के लिए किसी भी भागीदार के साथ जुड़ने के लिए तैयार है। ध्यान रहे कि वहाँ समुचित मात्रा और स्तर पर, मानवीय सहायता की सख़्त ज़रूरत है।

उन्होंने ज़ोर देकर कहा कि ऐसी किसी भी साझेदारी को मानवता, निष्पक्षता, तटस्थता और स्वतंत्रता के विश्व स्तर पर स्वीकृत सिद्धान्तों का पालन करना होगा।

जहां सहायता की सबसे ज़्यादा ज़रूरत है, वहां वो, बिना किसी भेदभाव के पहुंचनी चाहिए और मानवतावादी कार्यकर्ता, ज़रूरतमन्द नागरिकों के प्रति जवाबदेह हों, न कि युद्धरत पक्षों के प्रति। टॉम फ़्लैचर ने कहा कि वो इस मुद्दे पर बातचीत का स्वागत करते हैं कि बिना किसी नुक़सान के ज़्यादा से ज़्यादा लोगों तक पहुंचकर उनकी पीड़ा को कैसे कम किया जाए।
Edited By: Navin Rangiyal 

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