मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के खुदरा अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, आने वाले दिनों में केंद्रीय बजट तथा मासिक सौदों की समाप्ति से पहले बाजार में उथल-पुथल रह सकती है। कंपनियों के तिमाही नतीजे भी बाजार के उतार-चढ़ाव को बढ़ाएंगे। इस सप्ताह फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति की भी घोषणा होने वाली है।
पिछले सप्ताह गुरुवार को सेंसेक्स पहली बार 50 हजार अंक के स्तर के पार गया। हालांकि, व्यापक मुनाफावसूली और नरम वैश्विक संकेतों के चलते शुक्रवार को सेंसेक्स 746 अंक यानी 1.5 प्रतिशत गिर गया। निफ्टी भी 14,400 अंक के नीचे आ गया।
जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के मुख्य निवेश रणनीतिकार वी के विजयकुमार ने कहा, सेंसेक्स का 50 हजार अंक छूना न केवल बाजार और निवेशकों के लिए बल्कि अर्थव्यवस्था के लिए भी बहुत अच्छी खबर है। बाजार अर्थव्यवस्था की भविष्य की क्षमता के संकेतक हैं। यदि यह सच है, तो भारतीय अर्थव्यवस्था एक मजबूत पुनरुद्धार की राह पर है।
इस सप्ताह जिन कंपनियों के तिमाही परिणाम आने हैं, उनमें यूको बैंक, एक्सिस बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड, ल्यूपिन, मारुति सुजुकी इंडिया और टाटा मोटर्स शामिल हैं।