बजट सत्र से पहले आम बजट पर क्या बोले पीएम मोदी?

मंगलवार, 31 जनवरी 2023 (14:44 IST)
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि वैश्विक आर्थिक उथल-पुथल के बीच भारत का बजट आम नागरिकों की आशाओं और आकांक्षाओं को पूरा करने का प्रयास करेगा और साथ ही दुनिया के लिए आशा की किरण भी बनेगा।
 
संसद के बजट सत्र से पहले मीडिया को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि अर्थव्यवस्था की दुनिया की जानी-मानी आवाजें देश के लिए सकारात्मक संदेश ला रही हैं।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट सत्र में सरकार और विपक्ष के बीच तकरार होगी लेकिन साथ ही उन्होंने उम्मीद भी जताई कि इस दौरान विपक्षी सदस्य तैयारी के साथ तकरीर भी करेंगे।
 
उन्होंने कहा कि आज की वैश्‍विक परिस्‍थिति में भारत के बजट की तरफ न सिर्फ भारत का, बल्कि पूरे विश्‍व का ध्‍यान है। विश्‍व की डांवाडोल आर्थिक परिस्‍थिति में भारत का बजट भारत के सामान्‍य जन की आशा-आकांक्षाओं को तो पूरा करने का प्रयास करेगा ही, लेकिन विश्‍व, जो आशा की किरण देख रहा है उसे वह और अधिक प्रकाशमान पाएगा।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि मुझे पूरा भरोसा है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण इन अपेक्षाओं को पूर्ण करने के लिए भरपूर प्रयास करेंगी। मोदी ने कहा कि आज का अवसर विशेष है क्योंकि राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू का यह पहला अभिभाषण है।
 
उन्होंने कहा कि राष्ट्रपति जी का अभिभाषण भारत के संविधान का गौरव है, भारत की संसदीय प्रणाली का गौरव है और विशेष रूप से आज नारी सम्मान का भी अवसर है। दूर-सुदूर जंगलों में जीवन बसर करने वाले हमारे देश की महान आदिवासी परंपरा के सम्मान का भी अवसर आया है।
 
मोदी ने कहा कि संसदीय कार्य में छह-सात दशक से जो परंपराएं विकसित हुई हैं, उन परंपराओं में देखा गया है कि अगर कोई भी नया सांसद पहली बार सदन में बोलने के लिए खड़ा होता है तो पूरा सदन उनको सम्‍मानित करता है। उन्होंने कहा कि उनका आत्‍मविश्‍वास बढ़े, इसके लिए एक प्रकार से अनुकूल वातावरण तैयार किया जाता है जो कि एक उज्‍जवल और उत्‍तम परंपरा है।
 
उन्होंने कहा कि आज राष्‍ट्रपति का उद्बोधन भी उनका पहला उद्बोधन है। सभी सांसदों की तरफ से आज का यह पल उमंग, उत्‍साह और ऊर्जा से भरा हुआ हो, यह हम सबका दायित्‍व है। मुझे विश्‍वास है कि हम सभी सांसद इस कसौटी पर खरे उतरेंगे।
 
प्रधानमंत्री ने कहा कि भाजपा के नेतृत्व में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की सरकार की कार्य संस्कृति के केंद्र बिंदु में भारत सर्वप्रथम, नागरिक सर्वप्रथम रहा है और उसी भावना को लेकर बजट सत्र में आगे बढ़ाया जाएगा।
 
उन्होंने कहा कि बजट सत्र में तकरार भी रहेगी लेकिन तकरीर भी तो होनी चाहिए। मुझे विश्वास है हमारे विपक्ष के सभी साथी बड़ी तैयारी के साथ, बहुत बारीकी से अध्ययन करके सदन में अपनी बात रखेंगे। देश के नीति निर्धारण में सदन बहुत ही अच्छे तरीके से चर्चा करके अमृत निकालेगा जो देश के काम आएगा।

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