दिल्ली उच्च न्यायालय ने बसपा के बाहुबली नेता मुख्तार अंसारी का पैरोल रद्द कर दिया है और उन्हें अब जेल में रहकर ही चुनाव लड़ना पड़ेगा।
चुनाव आयोग ने अंसारी को पैरोल दिए जाने के खिलाफ दिल्ली उच्च न्यायालय में याचिका दायर की थी। अंसारी पूर्वांचल के बाहुबली नेताओं में शामिल हैं और और मऊ से बसपा के टिकट पर विधानसभा का चुनाव लड़ रहे हैं।
अंसारी भाजपा विधायक कृष्णानंद राय की हत्या के आरोपी हैं। आयोग ने अपनी याचिका में कहा था कि उनके पैरोल पर बाहर आने से कानून व्यवस्था पर बुरा असर पड़ेगा और वे गवाहों को भी प्रभावित कर सकते हैं। आयोग की याचिका को स्वीकार करते हुए न्यायालय ने अंसारी का पैरोल रद्द कर दिया। (वार्ता)