उप्र में 6ठे चरण के लिए गुरुवार को शाम थम जाएगा चुनाव प्रचार

बुधवार, 1 मार्च 2017 (15:24 IST)
लखनऊ। पूर्वी उत्तरप्रदेश के 7 जिलों की 49 सीटों पर राज्य विधानसभा के 6ठे चरण का चुनाव प्रचार गुरुवार को शाम थम जाएगा। इस चरण के लिए मतदान 4 मार्च को होगा। पूर्वांचल इलाका प्रदेश के पिछड़े इलाकों में माना जाता है। इन जिलों की सीमा नेपाल और बिहार राज्य से मिली है।
 
इस चरण में देवरिया के सांसद कलराज मिश्र, गोरखपुर के सांसद महंत आदित्यनाथ, आजमगढ़ क्षेत्र से सांसद एवं समाजवादी पार्टी (सपा) संरक्षक मुलायम सिंह यादव की प्रतिष्ठा दांव पर लगी है। इसके अलावा मऊ और गाजीपुर से अंसारी बंधुओं का लिटमस टेस्ट होगा। 
 
6ठे चरण में जेल में बंद मऊ विधानसभा सीट से मुख्तार अंसारी, घोसी सीट से उसका पुत्र अब्बास, उत्तरप्रदेश विधान परिषद के पूर्व सभापति गणेश पांडेय, पनेरिया क्षेत्र से बहुजन समाज पार्टी (बसपा) के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं। इस 6ठे चरण में सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के तेजतर्रार सांसद योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता कसौटी पर है।
 
यादव के संसदीय क्षेत्र आजमगढ़ और सांसद योगी के प्रभाव वाले गोरखपुर में मतदान के 6ठे चरण का मतदान 4 मार्च को होना है। पार्टी में हाशिए पर पहुंचा दिए जाने के बावजूद मुलायम सिंह यादव की अभी भी पिछड़े वर्ग, खासतौर से यादवों और मुसलमानों में काफी पैठ मानी जाती है।
 
राजनीतिक विश्लेषकों के अनुसार चुनाव के तीसरे चरण में यादव के गढ़ इटावा, औरैया, मैनपुरी और कन्नौज में भी चुनाव था, लेकिन उनके खुलकर प्रचार नहीं करने का खामियाजा सपा को भुगतना पड़ सकता है। 6ठे चरण में भी यादव ने चुनाव प्रचार नहीं किया है, लेकिन आजमगढ़ उनका संसदीय निर्वाचन क्षेत्र होने की वजह से इस क्षेत्र में सपा की हार-जीत को सीधे मुलायम सिंह यादव से जोड़कर देखा जा रहा है।
 
इसी तरह गोरखपुर और उसके आस-पास के क्षेत्रों में चुनाव योगी आदित्यनाथ की लोकप्रियता से जोड़कर देखा जा रहा है। योगी गोरखपुर सीट से 5 बार सांसद हैं। उन्हें हिन्दुत्व का कट्टर समर्थक माना जाता है। गोरखपुर, देवरिया, बलरामपुर, बस्ती, कुशीनगर और महाराजगंज में उनका प्रभाव माना जाता है। ऐसे में उनके प्रभाव वाले क्षेत्रों में भाजपा की हार-जीत का सीधा असर योगी आदित्यनाथ पर पड़ सकता है। 
 
इस चरण में पूर्व विधानसभा अध्यक्ष सुखदेव राजभर दरियागंज सीट से, पूर्व नेता विरोधी दल स्वामी प्रसाद मौर्य पडरौना विधानसभा सीट से भाजपा के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं जबकि नौतनवा सीट से जेल में बंद अमरमणि त्रिपाठी के पुत्र अमनमणि त्रिपाठी चुनाव मैदान में हैं।
 
मतदाताओं को अपने पक्ष में करने के लिए किसी पार्टी ने कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी मऊ, महाराजगंज और देवरिया में जनसभाएं कर चुके हैं। भाजपा अध्यक्ष अमित शाह, बसपा अध्यक्ष मायावती, सपा अध्यक्ष एवं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी इस चरण में 4-4 जनसभाएं कर चुके हैं। बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री एवं राष्ट्रीय जनता दल अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव बिहार राज्य से सटे पूर्वांचल के कई इलाकों में चुनाव प्रचार कर चुके हैं। 
 
6ठे चरण में 1.72 करोड़ मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे जिसमें 77.84 लाख महिला मतदाता शामिल हैं। इसके लिए 17,292 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। वर्ष 2012 के विधानसभा चुनाव में 49 सीटों में से सपा ने 27, बसपा ने 9, भाजपा ने 7, कांग्रेस ने 4 तथा दो सीटों पर अन्य ने जीत दर्ज की थी। जिन 7 जिलों में आगामी 4 मार्च को मतदान होना है उसमें महाराजगंज, कुशीनगर, गोरखपुर, देवरिया, आजमगढ़, मऊ और बलिया शामिल हैं। 
 
इस चरण में फरेंदा, नौतनवा, सिसवा, महाराजगंज (सु), पनियरा, खड्डा, पडरौना, तमकुहीराज, फाजिलनगर, कुशीनगर, हाटा, रामकोला (सु), कैम्पियरगंज, पिपराइच, गोरखपुर शहरी, गोरखपुर ग्रामीण, सहजनवा, खजनी (सु), चौरीचौरा, बांसगांव (सु), चिल्लूपार, रुद्रपुर, देवरिया, पथरदेवा, रामपुर कारखाना, भाटपाररानी, सलेमपुर (सु), बरहज, अतरौलिया, गोपालपुर, सगड़ी, मुबारकपुर, आजमगढ़, निजामाबाद, फूलपुर पवई, दीदारगंज, लालगंज (सु), मेहनगर (सु), मधुबन, घोसी, मुहम्मदाबाद गोहना (सु), मऊ, बेल्थरा रोड (सु), रसड़ा, सिकन्दरपुर, फेफना, बलिया नगर, बांसडीह और बैरिया के मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग कर सकेंगे। (वार्ता)

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