सूत्रों के अनुसार, राज्यसभा के पूर्व नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद के आवास पर हो रही इस बैठक में कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी और कुछ अन्य नेता शामिल हैं। कांग्रेस के जी-23 समूह में शामिल नेताओं ने अगस्त, 2020 में पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर कांग्रेस में सक्रिय अध्यक्ष और संगठन में आमूलचूल परिवर्तन की मांग की थी।
उत्तर प्रदेश, पंजाब, उत्तराखंड, मणिपुर और गोवा के विधानसभा चुनावों में कांग्रेस की करारी शिकस्त के बाद जी-23 समूह के नेताओं की बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है। उधर, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे ने विधानसभा चुनावों में पार्टी की हार को दुर्भाग्यपूर्ण करार दिया और उम्मीद जताई कि कांग्रेस बहुत जल्द जनता का विश्वास फिर से जीतेगी।
राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष खड़गे ने ट्वीट किया, 50 साल के मेरे राजनीतिक करियर में मैंने कई उतार और चढ़ाव देखे हैं। विधानसभा चुनावों के नतीजों को देखना दुर्भाग्यपूर्ण था, लेकिन हमें यह याद रखना चाहिए कि सिर्फ हम फासीवादी ताकतों से लड़ सकते हैं। हम जनता का विश्वास जल्द फिर से जीत लेंगे।(भाषा)