सैफई। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के जन्मदिन के मौके पर सैफई के मास्टर चंदगीराम स्पोर्ट्स स्टेडियम में दंगल से पहले शिवपाल यादव ने कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उनका उपेक्षा का दर्द भी छलका, जब उन्होंने कहा, आज यहां पर तेजप्रताप और अंशुल को भी होना चाहिए था।
अंशुल को हराने के लिए कितनी ताकतें लगी थीं। हमारी ताकत पर अंशुल निर्विरोध चुन लिए गए। उन्हीं की तरफ से 22 तारीख को दंगल की बात चली थी, लेकिन वे यहां नहीं आए। हमने सोचा था कि यह दंगल ऐतिहासिक होगा, लेकिन नहीं हुआ। हमने हमेशा त्याग किया।
हम चाहते तो 2003 में मुख्यमंत्री बन सकते थे,लेकिन मैंने नेताजी को दिल्ली से बुलाकर सीएम बनाया था। इस दौरान शिवपाल सिंह यादव ने समाजवादी पार्टी में प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के विलय व गठबंधन की बात को लेकर कार्यकर्ताओं की तरफ गेंद छोड़ दी है।
उन्होंने कहा कि एक हफ्ते के अंदर अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से राय लेकर फैसला करेंगे, लेकिन शिवपाल यादव ने अखिलेश यादव के सामने एक शर्त भी रखी है कि उत्तर प्रदेश के आगामी विधानसभा चुनाव में 100 टिकटें उनकी पार्टी समर्थकों को मिलनी चाहिए।शिवपाल यादव ने कहा, हमने तो 2019 में ही कहा था कि चलो हम ही झुक जाएंगे। आज दो साल हो गए, लेकिन कोई बात नहीं बनी।