कई शाकाहारी लोग पनीर पर एक महत्वपूर्ण प्रोटीन स्रोत के रूप में निर्भर रहते हैं। भारतीय पनीर व्यंजनों को बहुत पसंद करते हैं और अक्सर रेस्तरां और ऑनलाइन फूड डिलीवरी ऐप से विभिन्न प्रकार के पनीर व्यंजन ऑर्डर करते हैं। लेकिन क्या आपको पता है कि कई बार सस्ते खाने के चक्कर में हमें नकली पनीर से बने व्यंजन खिलाएं जाते हैं? आइए समझते हैं क्यों और कैसे।ALSO READ: त्योहार पर बाजार में मिलावटी पनीर की भरमार, घर पर ऐसे करें असली और नकली पनीर की पहचान
आखिर एनालॉग पनीर क्या है? (What is Analogue Paneer?)
एनालॉग पनीर, जिसे सिंथेटिक पनीर या वनस्पति तेल पनीर भी कहा जाता है, पारंपरिक पनीर का एक गैर-डेयरी विकल्प है, जो फटे हुए दूध से बनाया जाता है। यह "नकली पनीर" आम तौर पर दूध के बजाय वनस्पति वसा और स्टार्च जैसी सामग्री से बनाया जाता है। इसे स्किम्ड मिल्क और वनस्पति तेल से बना बता कर कई ऑनलाइन डिलीवरी सर्विसेस पर कम कीमत पर बेचा जा रहा है। यह जानना जरूरी है कि "Analogue Paneer के Side Effects" क्या हो सकते हैं।
रेस्टोरेंट द्वारा एनालॉग पनीर का उपयोग करने का मुख्य कारण इसकी लागत-प्रभावशीलता है। जबकि असली पनीर की कीमत लगभग 450 रुपए प्रति किलो है, ऑनलाइन ऐप्स पर एनालॉग पनीर की कीमत लगभग 210 रुपए प्रति किलो है, जो रेस्टोरेंट के लिए लागत को काफी कम कर देता है और जब वे नकली पनीर के उपयोग का खुलासा नहीं करते हैं तो उनके लाभ मार्जिन को बढ़ाता है।
एनालॉग पनीर से जुड़ी स्वास्थ्य संबंधी चिंताएँ: (Health Concerns of Analogue Paneer)
कई शाकाहारी पनीर पर एक महत्वपूर्ण प्रोटीन स्रोत के रूप में निर्भर करते हैं, और एनालॉग पनीर के उपयोग से इसकी पोषण सामग्री के बारे में चिंताएँ पैदा होती हैं। इसके अतिरिक्त, कई प्रकार के एनालॉग पनीर में हाइड्रोजनीकृत वनस्पति वसा होती है, जिसमें ट्रांस वसा शामिल हो सकती है। ट्रांस वसा स्वास्थ्य के लिए हानिकारक होती है और हृदय रोगों का खतरा बढ़ा सकती है। "नकली पनीर के नुकसान" और "पनीर स्वास्थ्य" पर इसका असर समझना ज़रूरी है। इसलिए, "असली पनीर की पहचान" करना ज़रूरी है ताकि आप अपने स्वास्थ्य का ध्यान रख सकें। "पनीर में मिलावट" एक गंभीर मुद्दा है जिस पर ध्यान देना चाहिए।
नकली पनीर की पहचान कैसे करें (How to identify fake paneer)
यहाँ कुछ आसान तरीके दिए गए हैं जिनसे आप घर पर ही नकली पनीर की पहचान कर सकते हैं:
तूर दाल टेस्ट: सबसे पहले आपको पनीर का एक टुकड़ा लेना है और उसे एक कप उबलते पानी में डाल देना है। उसके बाद एक चम्मच तूर दाल को पीसकर इसका पाउडर बना लें और इसे पनीर वाले पानी में डाल दें। 10 मिनट तक इंतजार करें। यदि आपका पानी हल्का लाल रंग का हो गया है, तो इसमें यूरिया की मिलावट की गई है। इस ब्रांड के पनीर का सेवन फौरन बंद कर दें।ALSO READ: पनीर का पानी है कई स्किन प्रॉब्लम्स का इलाज, जानिए क्या है इस्तेमाल करने का तरीका
आयोडीन टेस्ट: एक छोटे बोल में उबले हुए पनीर के टुकड़े पर आयोडीन सॉल्यूशन डालें, और कुछ देर रुकें। यदि आपके पनीर का रंग ब्लू हो जाता है, तो इसमें स्टार्च की मात्रा मिलाई गई है। वहीं यदि रंग पीला या नारंगी है, तो आपकी पनीर शुद्ध एवं सुरक्षित है।
टेक्सचर और टेस्ट से पहचानें: शुद्ध पनीर को दबाने पर यह आसानी से टूट जाता है और इसका टेक्सचर बेहद मुलायम हो जाता है। यह मुंह में जाते ही घुल जाता है, और दूध जैसा स्वाद देता है। सिंथेटिक और मिलावटी पनीर का टेक्सचर बाउंसी, रबर जैसा हो सकता है, जिन्हें खाने के लिए अधिक चबाने की आवश्यकता पड़ती है। यदि आप इस तरह का पनीर खा रहे हैं, तो आपकी पनीर में मिलावट है, इसे फौरन बंद कर दें।