सरकार EPFO 3.0 के लिए प्लान तैयार कर रही है। इसके तहत सब्सक्राइबर्स को कई नई सुविधाएं दी जा सकती हैं। पीएफ सब्सक्राइर्ब्स की सुविधा के लिए ऐसा कार्ड जारी करने का प्लान कर रही है, जिससे वे आगे आने वाले समय में एटीएम से पीएफ का पैसा निकाल सकेंगे।
अभी ईपीएफओ मेंबर की बेसिक सैलरी का 12 प्रतिशत ईपीएफ अकाउंट में जमा होता है। इतना ही कॉन्ट्रीब्यूशन नियोक्ता को भी करना होता है। नियोक्ता के कॉन्ट्रीब्यूशन में से 8.33 प्रतिशत ईपीएस-95 में जाता है, बाकी का 3.67 प्रतिशत ईपीएफ अकाउंट में जमा होता है। यदि ईपीएस-95 अकाउंट में ज्यादा योगदान किया जाएगा तो आने वाले समय में इसका असर पेंशन पर भी पड़ेगा।
यदि सदस्य अपने EPS-95 खाते में अधिक योगदान करते हैं तो उन्हें अधिक पेंशन मिलेगी। इसलिए, मंत्रालय ईपीएस में अधिक योगदान की अनुमति देने के विकल्पों पर विचार कर रहा है। कर्मचारियों को संशोधित ढांचे के तहत पेंशन लाभ बढ़ाने के लिए EPS-95 में योगदान करने की भी अनुमति दी जा सकती है। हालांकि इसमें एम्प्लॉयर का कंट्रीब्यूशन सैलरी के हिसाब से तय रहेगा।
गौरतलब है कि वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने केंद्रीय बजट में EPFO में नामांकन के आधार पर तीन रोजगार से जुड़ी योजनाएं शुरू करने की घोषणा की थी। इसके तहत 2 लाख करोड़ रुपए के व्यय के साथ पांच साल में 4.1 करोड़ युवाओं के लिए रोजगार, कौशल और अन्य अवसर सृजित किए जाने का लक्ष्य रखा गया है।