मोदी ने यहां 30 साल से बंद उर्वरक कारखाने का उद्घाटन किया। उन्होंने कहा कि गोरखपुर की जनता को एम्स और खाद कारखाने का लंबे समय से इंतजार था। अब यहां लोगों को खाद की किल्लत नहीं होगी। मोदी ने इस अवसर पर एम्स सहित कुल 9600 करोड़ रुपए से अधिक मूल्य की विकास की कुछ अन्य परियोजनाएं राष्ट्र को समर्पित कीं।
गौरतलब है कि एम्स की अनुमोदित लागत 1,011 करोड़ रुपए है। इसकी स्थापना 112 एकड़ क्षेत्र में की जा रही है। इस उच्च स्तरीय विशेषज्ञ चिकित्सा संस्थान के माध्यम से मरीजों को उत्कृष्ट चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।
इसके अलावा गोरखपुर में स्थापित किए जा रहे आईसीएमआर के रीजनल मेडिकल रिसर्च सेंटर इंसेफलाइटिस, डेंगू, चिकुनगुनिया, कालाजार सहित कोविड-19 जैसी बीमारी के वायरस की पहचान करने तथा उसके उपचार के लिए अनुसंधान को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।