Akhilesh Yadav called UP government ruthless and undemocratic: समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष और उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार द्वारा हर असंवैधानिक काम का समर्थन किए जाने की वजह से प्रभुत्ववादी और वर्चस्ववादी तत्वों के हौसले बुलंद हैं। उन्होंने राज्य की भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) सरकार को हार्टलेस (बेरहम) और अलोकतांत्रिक करार दिया। यादव ने यहां पार्टी मुख्यालय में बातचीत के दौरान दावा किया कि यह सब इसलिए हो रहा है क्योंकि ढाई हजार लोग ही इस सरकार को चला रहे हैं।
उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने आरोप लगाया कि भाजपा राजनीतिक लाभ लेने के लिए घटनाएं को होने देना चाहती है। अखिलेश ने कहा कि सरकार में बैठे लोग अगर न्याय देने लगें तो बहुत सारी घटनाएं होंगी ही नहीं, लेकिन यह सरकार हार्टलेस (बेरहम) और अलोकतांत्रिक है और हर असंवैधानिक काम का समर्थन करती है। उन्होंने इटावा की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि सरकार में बैठे लोग लगातार अन्याय कर रहे हैं तथा प्रभुत्ववादी और वर्चस्ववादी लोग लगातार पीडीए परिवार के लोगों को डरा रहे हैं, धमका रहे हैं, अपमानित कर रहे हैं।
अखिलेश ने कहा कि जिस दिन पीडीए समाज ने अपनी कथा अलग से कहनी शुरू कर दी, उस दिन इन परंपरागत शक्तियों का साम्राज्य ढह जाएगा। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि भाजपा राज में पीडीए समाज को हेय दृष्टि से देखा जाता है। अखिलेश ने कहा कि सच यह है कि जैसे-जैसे पीडीए समाज में चेतना और जागरूकता बढ़ती जा रही है वैसे-वैसे मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए वर्चस्ववादी लोगों के पीडीए समाज पर अत्याचार बढ़ते जा रहे हैं।
सपा प्रमुख ने एक सवाल पर पूरी भाजपा को हिस्ट्रीशीटर करार दिया। अखिलेश ने कहा कि पूरी भाजपा हिस्ट्रीशीटर है। आप बताओ कि मुख्यमंत्री ने खुद पर लगी कौन सी धारा वापस ली? उप मुख्यमंत्री ने कौन सी धारा वापस ली? आखिरकार व्यवस्था को खराब किसने किया है? हम न्याय कहां मांगने जाएं? कौशांबी में पाल समाज की एक बेटी के साथ घटना हुई। पुलिस ने उसी के पिता पर इनाम घोषित करके जेल भेज दिया, लेकिन सरकार में बैठे लोग अपने केस वापस ले रहे हैं। यादव ने इटावा की घटना के पीड़ित कथा वाचक और उनके साथियों को शॉल ओढ़ाकर और 21-21 हजार रुपए देकर सम्मानित किया।(भाषा)