अखिलेश ने कहा कि नजूल लैंड का मामला पूरी तरह से 'घर उजाड़ने' का फैसला है, क्योंकि बुलडोजर हर घर पर नहीं चल सकता है। भाजपा घर-परिवार वालों के खिलाफ है। जनता को दुख देने में भाजपा अपनी खुशी मानती है। उन्होंने आगे कहा कि जब से भाजपा आई है, तब से जनता रोजी-रोटी-रोजगार के लिए भटक रही है और अब भाजपाई मकान भी छीनना चाहते हैं। कुछ लोगों के पास दो जगह का विकल्प है, पर हर एक उनके जैसा नहीं है। बसे-बसाए घर उजाड़कर भाजपा वालों को क्या मिलेगा?
अखिलेश यादव ने सवाल किया कि क्या भू-माफियाओं के लिए भाजपा जनता को बेघर कर देगी? अगर भाजपा को लगता है कि उनका यह फैसला सही है तो हम डंके की चोट पर कहते हैं कि अगर हिम्मत है तो इसे पूरे देश में लागू करके दिखाएं, क्योंकि नजूल लैंड केवल यूपी में ही नहीं पूरे देश में है। उन्होंने कहा कि सपा की यही मांग है कि अमानवीय 'नजूल जमीन बिल' हमेशा के लिए वापस हो।