लंबे समय से मेरठ में रह रहे परिवारों की आंखें बस में बैठते हुए नम दिखाई दी, क्योंकि इनके सगे-संबंधी और मधुर यादें मेरठ में छूट रही थीं, लेकिन वही खुशी यह थी कि अब वह सम्मान के साथ अपने घर में रहेंगे, खेती करेंगे। अब कानपुर पहुंचे इन 63 परिवारों का मेरठ से नाता टूट गया है, अब उनका नया पता भैंसाया गांव होगा, यहीं के पते के आधार कार्ड जारी होगा।