UP bypoll election : उत्तर प्रदेश में उपुचनाव के लिए जारी मतदान प्रक्रिया के बीच बुधवार को समाजवादी पार्टी ने आरोप लगाया कि कुछ निर्वाचन क्षेत्रों में पुलिसकर्मी मतदाताओं को मतदान करने से रोक रहे हैं, जबकि सत्तारूढ़ भाजपा ने दावा किया कि बुर्का पहनी महिलाओं के चेहरे उनके पहचान पत्र से मेल नहीं खा रहे हैं। सपा और भाजपा दोनों ने निर्वाचन आयोग से इस मामले में हस्तक्षेप की मांग की है।
सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सुप्रीम कोर्ट और निर्वाचन आयोग से वीडियो साक्ष्य के आधार पर तत्काल संज्ञान लेने तथा दंडात्मक कार्रवाई करने और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया सुनिश्चित करने की अपील की।
अगर निर्वाचन आयोग का कोई जीता-जागता अस्तित्व है तो वो जीवंत होकर, प्रशासन के द्वारा वोटिंग को हतोत्साहित करने के लिए तुरंत सुनिश्चित करे:
- लोगों की आईडी पुलिस चेक न करे।
- रास्ते बंद न किये जाएं।
- वोटर्स के आईडी ज़ब्त न किये जाएं।
- असली आईडी को नक़ली आईडी बताकर जेल… pic.twitter.com/4Qddtlgc19
यादव ने सोशल मीडिया मंच एक्स पर पोस्ट कर कहा, 'माननीय उच्चतम न्यायालय और निर्वाचन आयोग से आग्रह है कि अभी-अभी प्राप्त वीडियो साक्ष्यों के आधार पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दंडात्मक कार्रवाई करें और निष्पक्ष चुनाव प्रक्रिया भी सुनिश्चित करें। जो भी पुलिस अधिकारी पहचान पत्र और आधार आईडी जांच रहे हैं, वीडियो के आधार पर उनकी पहचान कर उन्हें तुरंत निलंबित किया जाए। पुलिस को आधार आईडी कार्ड या पहचान पत्र जांचने का कोई अधिकार नहीं है।'
उन्होंने मुजफ्फरनगर जिले की मीरापुर विधानसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार सुम्बुल राणा का एक वीडियो साझा किया, जिसमें पुलिसकर्मियों पर मतदाताओं को मताधिकार का प्रयोग करने से रोकने का आरोप लगाया गया है।
माननीय सर्वोच्च न्यायालय और निर्वाचन आयोग से अपील है कि अभी-अभी प्राप्त वीडियो साक्ष्यों के आधार पर तत्काल संज्ञान लेते हुए दंडात्मक कार्रवाई करें और निष्पक्ष चुनावी प्रक्रिया को भी सुनिश्चित करें। जो भी पुलिस अधिकारी वोटर कार्ड और आधार आईडी चेक कर रहे हैं, उन्हें वीडियो के आधार… pic.twitter.com/VHQ1aAcIjM
राणा ने संवाददाताओं से कहा कि हम गांव-गांव जा रहे हैं, लोगों को परेशान किया जा रहा है और उन्हें वोट नहीं डालने दिया जा रहा है। पुलिस अधिकारी लोगों को परेशान कर रहे हैं, उनसे कह रहे हैं कि वे वोट नहीं दे सकते। वे पहले एक पहचान पत्र मांग रहे है, फिर दूसरा पहचान पत्र मांग रहे हैं। वे सभी पहचान पत्रों की जांच कर रहे हैं, लेकिन फिर भी लोगों को वोट नहीं डालने दिया जा रहा है।
राणा ने दावा किया कि इस तरह की शिकायतें नयागांव, नगला बुजुक, संबलहेड़ा और निर्वाचन क्षेत्र के अन्य क्षेत्रों से आ रही हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि हम शिकायतें दर्ज करा रहे हैं, लेकिन अधिकारियों की ओर से कोई जांच नहीं की जा रही है।
विपक्ष के दावों का जवाब देते हुए भाजपा प्रवक्ता मनीष शुक्ला ने कहा कि समाजवादी पार्टी और अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश में हो रहे उपचुनावों में हार से डरे हुए हैं। शुक्ला ने कहा कि समाजवादी पार्टी ने मतदाताओं पर से भरोसा खो दिया है। इसलिए उन्होंने उपचुनाव वाले क्षेत्रों में बाहरी उपद्रवी तत्वों को इकट्ठा किया है। कई मीडिया खबरों के अनुसार, बुर्का पहने महिलाओं के चेहरे उनके पहचान पत्र से मेल नहीं खा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि भाजपा निर्वाचन आयोग और प्रशासन से अपील करती है कि वे सुनिश्चित करें कि मिलान किए बिना मतदान की अनुमति न दी जाए। भाजपा प्रवक्ता ने कहा कि लोगों को पहचान पत्र दिखाने चाहिए और निर्वाचन आयोग के निर्देशों का सख्ती से पालन किया जाना चाहिए।
सपा के मीडिया प्रकोष्ठ ने मुरादाबाद की कुंदरकी सीट समेत कुछ स्थानों पर चुनाव आचार संहिता के उल्लंघन की बात भी उजागर की और कहा कि पार्टी के एजेंटों को मतदान केंद्रों के पास अपना बस्ता लगाने की अनुमति नहीं दी जा रही है।
मुरादाबाद के जिलाधिकारी अनुज सिंह ने बताया कि भीखनुपर में फर्जी मतदान के बारे में एक पार्टी की ओर से शिकायत मिली है और दावा किया गया कि प्रशासन ने उनके एजेंटों को अनुमति नहीं दी है। हमने इन दावों की पुष्टि की है, मैंने खुद भीखनपुर में मतदान अधिकारी से बात की और पाया कि मतदान सुचारू रूप से जारी है और किसी भी मतदाता को कोई समस्या नहीं हो रही है। पर्याप्त सुरक्षा भी है।
कानपुर में सपा उम्मीदवार नसीम सोलंकी ने आरोप लगाया कि उनकी पार्टी के मतदाता प्रशासन द्वारा गड़बड़ी किए जाने की शिकायत कर रहे हैं और प्रशासन पर पक्षपातपूर्ण व्यवहार का आरोप लगा रहे हैं। कटेहरी, करहल, मीरापुर, गाजियाबाद, मझवां, सीसामऊ, खैर, फूलपुर और कुंदरकी विधानसभा सीट पर उपचुनाव के लिए मतदान सुबह सात बजे से शुरू हो गया है जो शाम पांच बजे तक जारी रहेगा। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी।