मुरादाबाद। उत्तरप्रदेश की पीतल नगरी मुरादाबाद में केबल ऑपरेटर दंपति के मर्डर से हड़कंप मच गया। दंपति की हत्या उनके घर में हुई। घटना के समय पति-पत्नी और उनका पालतू डॉगी घर में थे। मालिक के साथ वारदात होते हुए देखकर डॉग पास में रहने वाले मृतक के घर पर पहुंचा और जोर-जोर से भौंकना शुरू कर दिया।
अनिष्ट की आशंका के चलते रिश्तेदार केबल व्यवसायी के घर पहुंच तो उनके पैरों तले जमीन खिसक गई। पति-पत्नी की निर्माता से हत्या की गई थी। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शवों का पंचनामा करके पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
मुरादाबाद के ठाकुरद्वारा थाना इलाके में बीती रात उस समय सनसनी फैल गई, जब वहां रहने वाले एक केबल ऑपरेटर दंपति की उन्हीं के घर में हत्या कर दी गई। खास बात यह है कि इस हत्याकांड का पता तब लगा, जब घर के पालतू डॉगी ने 200 मीटर दूर रह रहे मृतक के भाई के घर जाकर भौंकना शुरू कर दिया, क्योंकि पालतू डागी जिंजर कभी अकेले मृतक के रिश्तेदारों के यहां नहीं गया। रात अकेले पहुंचकर भौकना तो किसी अनिष्ट की सूचना दे रहा था।
मुरादाबाद थाना ठाकुरद्वारा पीपल डोला आर्य नगर में प्रशांत वर्मा (30) अपनी पत्नी मोना वर्मा (27) के साथ रहते थे। इस दंपति के विवाह को 10 वर्ष बीत चुके थे, लेकिन कोई संतान नहीं हुई जिसके चलते घर में अकेले दंपति और उनका पालतू डॉगी जिंजर ही रहते थे। प्रशांत केबल नेटवर्क व्यवसायी थे जबकि उनकी पत्नी हाउसवाइफ। मृतक के घर से लगभग 200 मीटर दूर ही उनके ममेरे भाई संजय वर्मा का मकान है।
अक्सर रात्रि में दंपति खाना खाकर उधर घूमने जाते थे। लेकर सोमवार को नहीं गए तो संजय वर्मा उनके घर ही पहुंच गए। जब उनका पालतू बेजुबान वफादार जिंजर उनके घर पहुंचा और भौंकना शुरू कर दिया। संजय जिंजर के साथ प्रशांत के घर पहुंचे तो उन्हें यकीन ही नहीं हुआ, क्योंकि मेन गेट पूरा खुला हुआ था और भीतर एक कमरे का दरवाजा बाहर से बंद था, जो उन्होंने उसे खोला तो होश उड़ गए।
प्रशांत और मोना की लाशें कमरे में पड़ी थीं। प्रशांत का गला रेता गया था जबकि मोना का गला घोंटा गया था।भाई की हालत देखकर संजय की चीख निकल गई जिसे सुनकर आसपास के लोग मौके पर पहुंच गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है, वहीं इस डबल मर्डर से पर्दा उठाने के लिए मुरादाबाद एसएसपी ने 5 टीमें गठित कर दी हैं।
मृतक के ममेरे भाई संजय के मुताबिक सोमवार को लगभग 9.45 बजे जिंजर दौड़ते हुए उनके घर पहुंच गई और उनके कपड़ों को खींचने लगी। इस पर संजय का माथा ठनका। एक तो जिंजर अकेली कैसे आ गई, प्रशांत क्यों नहीं आया, जिंजर इस तरह का व्यवहार क्यों कर रही है?
लेकिन जिंजर की वफादारी इस केबल व्यवसायी दंपति को बचा नहीं पाई, हालांकि जिंजर की समझदारी की चर्चा पूरे इलाके में है, साथ ही यह बेजुबान जानवर कातिलों तक पहुंचने में पुलिस के लिए अहम कड़ी साबित होगा। हत्यारों तक पहुंचने के बाद ही तस्वीर साफ हो पाएगी कि हत्या क्यों की गई है?