पिपरिया पुलिस थाना प्रभारी सतीश अंधवान ने शनिवार को बताया कि यह वारदात शुक्रवार रात को करीब 7 बजे उस वक्त हुई, जब विश्वकर्मा अपने 2 साथियों के साथ कार से होशंगाबाद से पिपरिया लौट रहे थे। उन्होंने कहा कि इसी दौरान पिपरिया में घात लगाए बैठै 10 लोगों ने विश्वकर्मा पर पहले धारदार हथियारों एवं लाठियों से हमला किया और बाद में गोली मारकर उनकी हत्या कर दी।
अंधवान ने बताया कि विश्वकर्मा को 2 गोलियां लगीं। एक उनके हाथ पर लगी, जबकि दूसरी उनके दूसरे हाथ पर लगने के बाद छाती में लगी जिससे उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि इस घटना में विश्वकर्मा के साथ कार में जा रहे उनके 2 साथियों को भी चोटें आई हैं।